एक को राष्ट्रीय पुरस्कार, पांच ने पहनी लेफ्टिनेंट की वर्दी

By: Jan 28th, 2017 12:03 am

आईजी देविंद्र को राष्ट्रपति पदक

newsमंडी —  शहर के साथ लगती भरौण पंचायत के चड़याना गांव के देविंद्र सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। देविंद्र सिंह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस मुख्यालय बरेली उत्तर प्रदेश में पुलिस उपमहानिरीक्षक पद पर तैनात हैं। देविंद्र सिंह पूर्व सांसद स्व. गोपी चंद के परिवार से संबंध रखते हैं। उनकी इस उपलब्धि के बाद पूरे परिवार में हर्ष का माहौल है। उल्लेखनीय है कि देविंद्र सिंह ने वर्ष 1986 में बतौर डायरेक्ट एंट्री आफि सर आईटीबीपी में ज्वाइन किया तथा सीमा सुरक्षा बल अकादमी टनकपुर में वर्ष 1987 में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत देश के विभिन्न भागों में कई पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दीं। वर्ष 1991 में उन्होंने यूरोप के ऑस्ट्रिया में प्रशिक्षण प्राप्त किया और इस दौरान वह विभिन्न सेवा मेडलों से सम्मानित भी किए गए। देविंद्र 2000 से 2001 तक यूएन मिशन के कोसावा में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, जिसके लिए उन्हें पुलिस महानिदेशक द्वारा उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।

लेफ्टिनेंट की बेटी निशा लेफ्टिनेंट

newsपटड़ीघाट —  बल्ह क्षेत्र की नगर पंचायत रिवालसर के वार्ड-दो की निशा कुमारी लेफ्टिनेंट पद के लिए चयनित हुई हैं। उन्होंने सेना की राष्ट्रीय परीक्षा सितंबर में लखनऊ में दी थी। इस परीक्षा में देश भर में पांचवां स्थान हासिल किया और आठ फरवरी से हिसार (हरियाणा) में टे्रनिंग शुरू करेंगी। निशा कुमारी के पिता जसवंत सिंह भी सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर कार्यरत हैं व माता सुमित्रा ठाकुर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में पर्यवेक्षक पद पर कार्यरत हैं। निशा ने अपनी जमा दो तक की पढ़ाई यूनिटी पब्लिक स्कूल रिवालसर से की व बीएससी नर्सिंग की डिग्री स्वामी देवी दयाल कालेज हरियाणा से उत्तीर्ण की है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शिवालिक नर्सिंग कालेज शिमला बतौर अध्यापिका से की। निशा कुमारी के चयन से माता-पिता तथा भाई बहुत खुश हैं। निशा कुमारी ने अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने माता-पिता तथा गुरुजनों को दिया है।

अंजना एयरफोर्स हास्पिटल में

 newsयोल —  पालमपुर के अरला गांव की बेटी अंजना कटोच सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। वह आठ फरवरी को वेस्ट बंगाल के केल्कुलम में एयरफोर्स के हास्पिटल में बतौर लेफ्टिनेंट ज्वाइनिंग देंगी। बेटी की इस उपलब्धि पर माता जगदंभा देवी को गर्व है। अंजना के पिता रंजीत सिंह बीएसएफ में हैडकांस्टेबल थे, जिनका वर्ष 2009 में देहांत हो गया था। अंजना की बड़ी बहन बंदना कटोच भी बीएसएफ में हैडकांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। अंजना कटोच के नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनने से परिजनों में खुशी का माहौल है। अंजना कटोच की प्रारंभिक शिक्षा एबीएम स्कूल मांरडा में हुई, जबकि नर्सिंग की डिग्री नेताजी सुभाष चंद्र नर्सिंग कालेज पालमपुर में हुई। वहीं अंजना कटोच की इस उपलब्धि पर गांववासियों तथा रिस्तेदारों ने उन्हें बधाई दी है।

शामली ठाकुर मिलिट्री नर्सिंग में

newsज्वालामुखी —  सिल्ह गांव की शामली ठाकुर पत्नी जितेंद्र परमार बाग डोगरा बेस अस्पताल पश्चिम बंगाल में बतौर लेफ्टिनेंट तैनात हुई हैं। इससे ज्वालामुखी व आसपास के क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। शामली ठाकुर का मायका भी ज्वालामुखी की ही पंचायत धनोट में है। उनके पिता संसार चंद नगर परिषद ज्वालामुखी में सीनियर क्लर्क हैं, माता मनोरमा गृहिणी हैं। शामली ठाकुर ने दस जमा दो की शिक्षा भड़ोली कोहाला स्कूल में की और उसके बाद बीडी शर्मा विश्वविद्यालय हरियाणा में बीएससी नर्सिंग पास की। इसके बाद शामली मैडंटा अस्पताल गुरुग्राम और आल केमिस्ट हास्पिटल पंचकूला में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। उसके बाद शामली ठाकुर ने कमीशन टेस्ट लखनऊ में दिया और उन्हें कामयाबी मिल गई। शामली के पति जितेंद्र परमार ने बायो टेक्निकल में एमएससी पास की है और वह चंडीगड़ की कंपनी में अधिकारी पद पर तैनात हैं। शामली ठाकुर की इस उपलब्धि पर सास नीलम परमार, ससुर कुलदीप परमार, माता मनोरमा व पिता संसार चंद बहुत खुश हैं। वहीं गांववासियों व रिस्तेदारों ने लेफ्टिनेंट बनने पर शामली ठाकुर को बधाई दी है।

कंचन फिरोजपुर में देंगी सेवाएं

newsनेरचौक —  बल्ह घाटी मुंदड़ू गांव की कंचन बाला ने मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन की परीक्षा उत्तीर्ण करके अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कंचन का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयन हुआ है। कंचन बाला आठ फरवरी से फिरोजपुर में अपनी सेवाएं देंगी। कंचन के इस चयन को लेकर परिजनों व गांव में खुशी का माहौल है। कंचन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पैतृक गांव मुंदड़ू में ही पूर्ण की है। उन्होंने मुंदड़ू स्कूल से मैट्रिक कर जमा दो की पढ़ाई अभिलाषी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल नेरचौक से की। उसके बाद शिवालिक इंस्टीच्यूट ऑफ  नर्सिंग शिमला से बीएससी नर्सिंग की डिग्री हासिल की। कंचन ने बताया है कि भारतीय सेना में चयन होने से पूर्व उन्होंने कांगड़ा के योल में स्थित गुरु द्रोणाचार्य कालेज ऑफ नर्सिंग में एक वर्ष नौकरी भी की है। वहां एक महिला अध्यापक के मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर उन्हें भारतीय सेना में जाने की प्रेरणा मिली। कंचन के पिता दिलीप सिंह गांव में एक दुकान चलाते हैं तथा माता अनिता गृहिणी हैं।

सिद्धपुर की मोनिका नर्सिंग लेफ्टिनेंट

newsधर्मपुर —  उपमंडल के सिद्धपुर पंचायत के डेढल गांव की मोनिका का चयन सेना में बतौर लेफ्टिनेंट हुआ है। इससे पहले धर्मपुर पंचायत के कलस्वाई गांव की एक बेटी जागृति का चयन हुआ था। वहीं अब सिद्धपुर पंचायत के डेढल गांव की मोनिका का चयन हुआ है। मोनिका का जन्म सिधपुर पंचायत के डेढल गांव में लता देवी व हंसराज परासर के घर 24 सितंबर, 1991 को हुआ। मोनिका ने मैट्रिक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर से पूरी की और जमा दो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनी हमीरपुर से की। वहीं नर्सिंग की पढ़ाई आईजीएमसी शिमला से पूरी की। मोनिका के पिता कानूनगो के पद पर कार्यरत हैं और माता गृहिणी हैं। मोनिका इससे पहले स्टाफ नर्स के पद पर भी चुनी गई थीं और उनकी पोस्टिंग नेरचौक मंडी में हुई थी। मोनिका आठ फरवरी को झारखंड के रांची में सेना में ज्वाइनिंग देंगी। उन्होंने बताया कि सेना में नौकरी करना उनका सपना था और भगवान ने उनके सपने को पूरा किया है। वहीं इस उपलब्धि पर धर्मपुर के विधायक ठाकुर महेंद्र सिंह, भाजयुमो प्रदेश महामंत्री रजत ठाकुर, नरेंद्र परासर, मामा राजेश कुमार व मासी सारिका, दिनेश कुमार ठाकुर पौध संरक्षण अधिकारी दिल्ली तथा समोड़ पंचायत के प्रधान प्रताप सकलानी ने इस उपलब्धि के लिए मोनिका को बधाई दी है।


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