कालेजों में बैन होगा जंक फूड

By: Feb 21st, 2017 12:04 am

छात्रों में बढ़ रहे मोटापे, लिवर व अन्य बीमारियों में कमी लाने के लिए केंद्र की पहल

NEWSसोलन— देश में संचालित उच्च शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को कैंटीन, बेकरी व अन्य खानपान केंद्रों के माध्यम से परोसे जाने वाले जंक फूड पर रोक लग सकती है। पूरे देश में विद्यार्थियों मेें बढ़ रहे मोटापे, लिवर व अन्य बीमारियों में कमी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने सभी विश्वविद्यालयों को इस संदर्भ में सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जंक  फूड पर बैन लगाने से शिक्षार्थियों को पौष्टिक आहार की ओर रुख करना पड़ेगा तथा इस निर्णय से वर्तमान में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों का वजन भी जहां अनुपातिक रहेगा, वहीं बीमार कम होने से उनकी शिक्षा का स्तर भी उत्तम होगा। मानव संसाधन मंत्रालय बच्चों में आजकल फैल रहे मोटापे, आंखों की बीमारी,लिवर में कमजोरी, कोलेस्ट्रोल के बढ़ते स्तर को लेकर चिंतित है। इसलिए जंक फूड के उच्च शैक्षणिक संस्थानोें में बंद करने की सिफारिश की गई है। विद्यार्थियों में आजकल पिज्जा, मैगी, बर्गर, सॉस इत्यादि विभिन्न प्रकार के जंक फूड खाने की आदत बढ़ती जा रही है तथा पेप्सी, कॉक, जैसे कई अन्य पेय पदार्थों का भी अत्यधिक सेवन बढ़ गया है। इसमें भविष्य में पूरी तरह जहां कमी लाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, वहीं देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में इस पर जागरूकता लगाने के लिए काउंसिलिंग करने का सुझाव भी दिया गया है। मानव संसाधन मंत्रालय ने कहा है कि सभी संस्थानों में विद्यार्थियों को जंक फूड के इस्तेमाल के बारे में बताने, अध्यापक वर्ग को समय-समय पर संस्थानों में स्वास्थ्य शिविर लगाने, प्रत्येक विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सेहत पर पूरा डाटा तैयार किया जाना चाहिए। इसके लिए छात्र कल्याण विभाग के अधीन यह कार्य किया जा सकता है तथा विद्यार्थियों में नियमित व्यायाम की आदत भी विकसित करने के प्रयास होने चाहिए। सोलन के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. महेश गुप्ता ने कहा कि जंक फूड में गेहूं या मक्की की बजाय तीस प्रतिशत से भी अधिक फैट की मात्रा होती है तथा सॉस या जंक फूड को प्रिजरव रखने के जो केमिकल्ज का प्रयोग होता है, वह भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यूजीसी नई दिल्ली के सचिव प्रो. डा. जसपाल एस संधु ने इस आशय की पुष्टि की है।


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