गार्भावस्‍था में पपीते के फायदे

By: Apr 9th, 2017 12:05 am

गर्भावस्था के दौरान पपीता खाना सुरक्षित है, बशर्ते पपीता पूरी तरह से पका हुआ हो। अच्छी तरह पका हुआ पपीता विटामिन सी और ई से भरपूर होता है। यह फाइबर और फॉलिक एसिड का भी अच्छा स्रोत है। पपीता कब्ज तथा सीने में जलन और अम्लता की रोकथाम एवं इन्हें नियंत्रित रखने में भी मदद करता है। इन्हीं कारणों से, कई विशेषज्ञों का सुझाव है कि गर्भवती महिलाओं को पके हुए पपीते का थोड़ी मात्रा में सेवन करना चाहिए। कुछ महिलाएं पके हुए पपीते को दूध व शहद के साथ मिलाकर स्वास्थ्यवर्द्धक पेय बना लेती हैं। यह मिश्रित पेय गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषक तत्त्वों से भरपूर माना गया है। हालांकि, यदि पपीता कच्चा है, तो इसका सेवन सुरक्षित नहीं है। कच्चे या अधपके पपीते में लेटेक्स नामक पदार्थ की अधिकता होती है। अनुसंधान से पता चलता है कि लेटेक्स के इस केंद्रित रूप से गर्भाशय के संकुचन प्रारंभ हो सकते हैं। साथ ही, आपको पपीते के बीजों या छिलके का भी सेवन नहीं करना चाहिए। सावधानी के तौर पर, कई गर्भवती माताएं पूर्ण रूप से पपीते का सेवन बंद कर देती हैं। अनुसंधान के बावजूद, यह एक पारंपरिक विश्वास है कि पपीता खाने से गर्भपात या फिर मृत शिशु का जन्म हो सकता है । यदि आप अभी भी असमंजस में हैं कि पपीता खाना चाहिए या नहीं, तो अपने डाक्टर से बात करें। उसके बाद पपीते का सेवन कर सकते हैं।

 


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