घातक है अस्थमा

By: Apr 16th, 2017 12:05 am

अस्थमा जैसी बीमारी में  कई मरीज दवाइयों का खर्च बचाने के लिए बीमारी के लक्षणों में सुधार देखते ही दवाई खाना बंद कर देते हैं, जो काफी खतरनाक हो सकता है। यह कहना है अस्थमा विशेषज्ञों का। अगर आपको अस्थमा की समस्या है, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है, यह कोई ऐसी बीमारी नहीं है कि आप अपनी जिंदगी को खत्म समझें, बल्कि अगर इस बीमारी को सही तरीके से नियंत्रित किया जाए, तो आप आसानी से अपने रोजमर्रा के काम कर सकते हैं। सही इलाज के साथ अस्थमा को आसानी से नियंत्रित कर परिवार व दोस्तों के साथ बेहतरीन जिंदगी बिताई जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है इस बीमारी के इलाज के दौरान लक्षण न दिखने का मतलब अस्थमा मुक्त होना नहीं है। अस्थमा को मैनेज करने में यह सबसे बड़ी चुनौती है कि जब दवाइयों को रोक दिया जाता है, तो इसके लक्षण कुछ समय के लिए सामने नहीं आते। यह अकसर दवाइयों की लागत बचाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसका परिणाम यह होता है कि बीमारी काफी गंभीर रूप में सामने आती है और लक्षण किसी भी समय दोगुने प्रभाव के साथ उभरकर सामने आते हैं। इसलिए यह समझना बहुत महत्त्वपूर्ण है कि लक्षण न दिखने पर अस्थमा बीमारी ठीक नहीं होती है। इसलिए दवाइयों को छोड़ने से पहले डाक्टर का परामर्श  अवश्य लें। अस्थमा दीर्घकालिक बीमारी है, जिसे लंबे समय तक इलाज की जरूरत होती है। कई रोगी जब खुद को बेहतर महसूस करते हैं, तो वह इन्हेलर लेना छोड़ देते हैं। यह खतरनाक भी हो सकता है, क्योंकि आप उस इलाज को बीच में छोड़ रहे हैं, जिससे आप फिट और स्वस्थ रहते हो। रोगियों को इन्हेलर छोड़ने से पहले अपने डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए। अपनी मर्जी से इन्हेलर छोड़ना जोखिम भरा हो सकता है।

इन्हेलर न लेने की वजह

रोगियों के इन्हेलर न लेने के कई कारण हैं। इसमें दवाइयों की कीमत, साइड इफेक्ट्स, इन्हेलर को लेकर भ्रांतियां और सामाजिक अवधारणाएं शामिल हैं। इसके साथ-साथ मनोवैज्ञानिक बाधाएं भी अवरोध पैदा करती हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App