नहीं मिल रही 15 महीनों की पगार

By: Apr 26th, 2017 12:05 am

घुमारवीं –  प्रदेश भर के करीब 6800 जल संरक्षक मात्र 1350 रुपए के वेतन पर अपनी सरकारी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि उपरोक्त वेतन भी सरकार द्वारा पिछले 15 महीनों से इन गरीब परिवारों को नहीं दिया गया। ऐसे में इन परिवारों की आर्थिक दशा बिलकुल ही पतली हो गई है । बच्चों को उचित शिक्षा दिलाना तो दूर की बात, इन्हें सुबह-शाम की रोटी के लिए भी लोहे के चने चबाने पड़ रहे हैं। बताते चलें कि सरकार द्वारा सभी पंचायतों में पानी के वितरण की उचित व्यवस्था करने के लिए इन बेरोजगार युवाओं को जल संरक्षक के रूप में तैनात किया है। गौरतलब है कि यह सभी लोग अति निर्धन व आईआरडीपी परिवारों से संबंध रखते हैं तथा इन्हें 1350 रुपए वेतन दिया जा रहा है। इनका काम गांव में न केवल पानी की व्यवस्था को सुचारू रखना है, बल्कि आईपीएच विभाग के कर्मचारियों के साथ पाइपों की मरम्मत व रखरखाव का कार्यभार भी इन्हीं के कंधों पर है। इंटक के राज्य महासचिव संजय भारद्वाज ने बताया कि जल संरक्षकों को समय पर वेतन न मिलने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, इंटक प्रदेश अध्यक्ष सीताराम सैणी ने बताया कि इस बारे कई बार सरकार का ध्यान दिलाया गया तथा उन्हें लिखित ओर से भी इस बारे सूचित किया गया, लेकिन सरकार ने अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है। हालांकि इस बार जल संरक्षकों का वेतन भी सरकार द्वारा 1350 से बढ़ाकर 1500 रुपए कर दिया तथा हाल ही में 1700 रुपए की घोषणा भी कर दी गई है । परंतु उन्हें  वेतन न मिलने के कारण आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर हो गई है।

दो हफ्ते में हो जाएगा तनख्वाह का भुगतान

आईपीएच विभाग के मुखिया अनुराधा ठाकुर ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान व सरकार के ध्यान में है। उन्होंने माना कि जल संरक्षकों के वेतन  भुगतान में कुछ विलंब जरूर हुआ है, लेकिन दो-तीन सप्ताह के भीतर उन्हें मार्च महीने तक के वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।


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