भंगाणी में है सिखों और हिंदुओं के धर्मस्थल

By: Apr 19th, 2017 12:05 am

स्मारक सिरमौर जिले में स्थित है। यह पौंटा से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हिंदू और सिख दोनों की धार्मिक रुचियों का स्थान है। वहां एक गुरुद्वारा और भद्रकाली को समर्पित दो मंदिर हैं…

बीड़ बिलिंग

इसे सबसे पहले 1978 ई. में दिल्ली से आई  कुमारी दीपक महाजन ने हैंग ग्लाइडिंग और पैरा ग्लाइडिं के लिए पहचान की थी। इसके बाद इसकी पहचान इजराइल के एक सैलानी और हिमाचल प्रदेश के वन विभाग के एक पक्ष ने सर्वोत्तम पैराग्लाइडिंग स्थान के रूप में की। 1984 ई. में बिलिंग को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली, जब फ्रांस से मिस्टर एक्स बोर रेमंड ने बीड़ से 130.9 किलोमीटर की उड़ान भरी और विश्व रिकार्ड बनाया। 2002 ई. में राज्य सरकार ने इस शौकिया और साहसिक प्रतियोगिता को प्रोन्नत करने के लिए पूर्व-विश्व कप शुरू किया।

भंगाणी

यह वह स्थान है, जहां सिख गुरु गोबिंद सिंह ने गढ़वाल के राजा फतेहशाह और 22 पहाड़ी शासकों की सेनाओं को हराया था। यह स्मारक उन शासकों की याद में बनाया गया है, जो वहां मारे गए थे तथा वे रानियां, जिन्होंने उस समय की परंपरा का निर्वहन करते हुए आत्मदाह कर लिया था। यह स्थान सिरमौर जिले में स्थित है। यह पौंटा से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हिंदू और सिख दोनों की धार्मिक रुचियों का स्थान है। वहां एक गुरुद्वारा और भद्रकाली को समर्पित दो मंदिर हैं।

भावानगर

यह किन्नौर जिला में स्थित है। यहां से हम सतलुज का दृश्य देख सकते हैं तथा पूर्व अनुमति से भूमिगत जल विद्युत परियोजना जिसे ‘संजय विद्युत परियोजना’ के नाम से जाना जाता है तथा जो एशिया से अपनी तरह की योजना है, को देख सकते हैं।  इससे पांच किलोमीटर आगे वांगतू नामक स्थान है, जो जनजातीय क्षेत्र किन्नौर का प्रवेश द्वार है।

बारालाचा-ला

यह केलांग से 73 किलोमीटर की दूरी पर लाहुल घाटी में स्थित है। बारालाचा नाम का अर्थ है एक दर्रा, जिसके शिखर पर चारों ओर से सड़कें आती हों। इसके सिरे पर लद्दाख, स्पीति और लाहुल से सड़कें आ मिलती हैं। स्पीति से कोई सड़क नहीं है, मात्र एक रास्ता है। यह दर्रा चंद्र, भागा और यूनाम नदियों का उद्गम स्थल भी है। ये नदियां तीन दिशाओं में बहती हैं।

शांशा

यह लाहुल घाटी में चंद्रा और भागा नदियों के किनारे पर स्थित है। लाहुल के शक्तिशाली देवता गोपान यहां पर हुआ बताया जाता है। गांव के देवता का यहां एक मंदिर भी है।


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