थिएट्रिकल स्टेज पर सजी थंका पेंटिंग

By: May 26th, 2017 12:05 am

नग्गर –  21 मई से 25 मई तक हिमाचल राज्य संग्रहालय शिमला व अंतरराष्ट्रीय रौरिक मेमोरियल ट्रस्ट नग्गर के संयुक्त तत्त्वावधान में नग्गर के थिएट्रीकल स्टेज परिसर में आयोजित अखिल हिमाचल कला उत्सव का समापन्न सहायक आयुक्त कुल्लू  डा. अमित गुलेरिया के कर कमलों द्वारा किया गया। गुरुवार को इस पांच दिवस कला मेले के समापन अवसर पर हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, मंडी के हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट के कलाकारों द्वारा बनाई गई पारंपारिक वस्तुओं, जिसमें चंबा रूमाल, चंबा चप्पल, धातुओं से बनने वाली वस्तुएं, लकड़ी से बनने वाली वस्तुएं, बांस से बनाई गई चीजों के साथ कुल्लू शाल, किन्नौरी शाल व थंका पेंटिंग का प्रदर्शन इस पांच दिवसीय मेले में किया गया। इस दौरान इस कला उत्सव में पर्यटन सीजन के दौरान देश-विदेश से आए पर्यटकों ने मेले में सजी कलाकारों की कृतियों को सराहा और कई पर्यटकों को लकड़ी व धातु से निर्मित वस्तुओं को खरीदा। ट्रस्ट में तैनात भारतीय क्यूरेटर रमेश चंद्रा ने कहा कि हिमाचल राज्य संग्रहालय व रौरिक ट्रस्ट के संयुक्त प्रयासों से आयोजित किए गए इस कला उत्सव का ध्येय लोगों को पारंपरिक वस्तुओं से परिचित हों और नए कलाकारों को इन पारंपरिक वस्तुओं के संरक्षण के प्रति जन सचेत व कला विकास का प्रदर्शन करना है। इस अवसर पर नग्गर टूरिज्म सोसायटी के अध्यक्ष संत कुमार ने कहा कि रौरिक की कर्म स्थली में इस तरह के आयोजन से स्थानीय कलाकारों का मनोबल ऊंचा रहता है और नए कलाकारों को पारंपरिक कला को संजोए रखने के लिए प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि पारंपारिक कला आयोजनों से जहां कलाकार को एक मंच प्रदान होता है वहीं पर पर्यटन सीजन में देश-विदेश से मनाली कुल्लू घूमने आने वाले सैलानियों को आईआरएमटी नग्गर जो कि ऐसे चित्रकार की कर्मस्थली है। इसने अपनी चित्रकारी से विश्व में शांति का संदेश पहुंचाया ऐसे कलाकार की स्थली में नए कलाकारों का मनोबल ओर ऊंचा उठता है।

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