मटर के हाईब्रिड पी-89 बीज को न

By: May 26th, 2017 12:04 am

चंबा — पहाड़ी राज्य हिमाचल का किसान इस बार मटर की हाईब्रिड किस्म पी-89 नहीं उगा पाएगा। पंजाब कि स्म के इस हाईब्रिड बीज को हिमाचल में लाने के लिए विभाग को कृषि विश्वविद्यालय से अनुमति नहीं मिल पाई है। करीब 60 दिन मं तैयार होने वाली पी-89 मटर के हाईब्रिड बीज को लेकर कृषि विभाग को अपू्रवल न मिल पाने से किसानों यूनाइटेड फासफोर्स लिमिटेड (यूपीएल) जैसी एजेंसियों से जीएस-10 जैसे हाईब्रिड बीज को मंहगे दामों पर खरीदना पड़ेगा। हिमाचली मिट्टी और क्लाइमेट को देखते हुए कृषि विभाग ट्रायल के तौर पर प्रदेश पंजाब की इस हाईब्रिड फसल को लाना चाहता था, लेकिन ट्रुथफुल न होने से इस वर्ष किसानों को यह बीज उपलब्ध नहीं हो पाएगा। किन्नौर, लाहुल-स्पीति, शिमला, चंबा व जनजातीय क्षेत्र पांगी और भरमौर के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों में उगाए जाने वाले विभिन्न किस्म के मटर को मात देने के लिए लाए जाने वाले पंजाब-89 किस्म के सीड को लाने पर विवि की अप्रूवल न मिल पाने के  बाद कृषि विभाग किसानों को मटर की एपी-3 कि स्म का बीज उपलब्ध करवाएगा। इसके अलावा एपी-1 व अरकल की किस्म पहले ही तरह की उपलब्ध होगी। मटर सीजन शुरू होने से पहले ही विभाग ने बीज को लेकर डिमांड दे रखी है, ताकि किसानों को समय पर सीड उपलब्ध हो सके। विभाग की ओर प्रदेश में कई कंपनियों और फर्म की ओर से बीज के नाम पर चलाए जा रहे गोरखधंधे पर अंकुश लगाने के लिए स्पेशल टीम गठन का निर्णय लिया है, जो विभिन्न स्थानों पर दस्तक देकर इसकी जांच करगी। एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट, चंबा के एडीओ राजीव मिन्हास ने बताया कि  पी-89 हाईब्रिड बीज की फ सल बीज को अप्रूवल नहीं मिल पाने से कृषि विभाग किसानों को एपी-3 किस्म उपलब्ध करवा रहा है। एपी-1 व अरकल किस्म पहले की तरह उपलब्ध होगी।

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