राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, जवाली

By: May 10th, 2017 12:07 am

जोगिंद्र सिंह बग्गा  प्रिंसीपल

CEREERउपमंडल जवाली के अंतर्गत जवाली में तकरीबन पांच कनाल भूमि पर स्थापित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जवाली प्रदेश के अग्रणी व उपमंडल स्तर पर स्कूलों में एक अहम स्थान रखती है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जवाली ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है, जिसमें जवाली, मतलाहड़, हरसर, हार, नाणा, बलदोआ के अलावा बाहरी पंचायतों से तकरीबन 500 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। स्कूल में तकरीबन 44 टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ है तथा तकरीबन 20 कमरे व दो सभागार हैं। कमरों में बच्चों को बैठने के लिए डेस्क का विशेष प्रबंध है। स्कूल में समय-समय पर बच्चों की हर एक्टिविटी करवाई जाती है। स्कूल के चारों तरफ चारदीवारी लगी हुई है तथा प्रवेश करने के लिए मात्र एक ही मुख्यद्वार है जिसके चलते जब एक बार बच्चा स्कूल में प्रवेश कर जाता है, तो उसको बाहर नहीं भेजा जाता है। वर्ष 1863 में उक्त प्राइमरी स्कूल गुलेर के राजमहल में विभाग द्वारा खोला गया, उसके उपरांत 1905 में इसको मिडल स्कूल का दर्जा प्राप्त हुआ और वर्ष 1955 में इसका दर्जा राजकीय उच्च पाठशाला हुआ तथा 1986 में इस स्कूल को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला का दर्जा मिला। स्कूल में साइंस, आर्ट्स व कॉमर्स विषय पढ़ाए जाते हैं तथा दूरदराज से बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। करीब एक करोड़ की लागत से आधुनिक सुविधाओं से लैस साइंस लैब है। इस स्कूल का हमेशा ही परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहता है, जिस कारण स्कूल का नाम अच्छे शिक्षण संस्थानों में गिना जाता है। इस स्कूल में बच्चों को खेलने के लिए बेहतरीन मैदान की सुविधा है। बैडमिंटन, वालीबाल, रेस्लिंग, कबड्डी इत्यादि खेलों में प्रतिभागी जिला, प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर अपना लोहा मनवा चुके हैं। स्कूल में अनुभवी टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ है। बच्चों के लिए बेहतरीन लाइब्रेरी है जिसमें पढ़ने के लिए अच्छी किताबों के अलावा हर रोज समाचार पत्र पढ़ने को मिलते हैं। का साइंस विषय पढ़ने वाले बच्चों के लिए अच्छी लैब्ज हैं, जिनमें बच्चों को प्रैक्टिकल करवाए जाते हैं। इसके अलावा बेहतरीन आईटीईएस लैब्ज है जिसमें 10 कम्प्यूटर हैं व एक प्रोजेक्टर है। साथ ही आईपी लैब में 15 कम्प्यूटर व एक प्रोजेक्टर है, जिनके माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है। स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाए जाते हैं जिनके माध्यम से बच्चों को अपने अंदर छिपी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है। स्कूल में एनएसएस सहित स्काउट एंड गाइड भी है, जिनके द्वारा समय-समय पर कैंप लगाए जाते हैं। प्रिंसीपल जोगिंद्र सिंह बग्गा के प्रयास सराहनीय हैं।

बेहतरीन रिजल्ट

स्कूल का परिणाम बेहतरीन रहता है। वर्ष 2016-17 के 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में रिषभ मनकोटिया ने विज्ञान संकाय में 500 में से 486 अंक प्राप्त करके प्रदेशभर में चौथा तथा स्वाति भड़वाल ने आर्ट्स संकाय में 500 में से 467 अंक लेकर पांचवां स्थान हासिल किया है।

– सुनील दत्त, जवाली

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