वृद्धावस्था में त्वचा पर झुर्रियां क्यों पड़ जाती है?

By: May 7th, 2017 12:05 am

त्वचा पर झुर्रियां पड़ना बुढ़ापे की निशानी माना जाता है। प्रायः ऐसा उम्र के साथ त्वचा के अंदर होने वाले परिवर्तनों के परिणामस्वरूप होता है। हमारी त्वचा का भीतरी भाग दो तरह के प्रोटीन तंतुओं से मिलकर बना होता है। इनमें एक ‘कोलैजन’ तथा दूसरा ‘एलास्टिन’ कहलाता है। कोलैजन एक तरह से त्वचा के उत्तकों के निर्माण की सामग्री उपलब्ध कराता है। जबकि एलास्टिन का कार्य त्वचा को मुलायम और लचीला करना होता है। इन्हीं के कारण त्वचा पर झुर्रियां न हो कर वह चौरस और साफ – सुथरी होती है। इसमें एलास्टिन की मात्रा पहले ही कम होती है, इसलिए इसकी और कमी होने पर त्वचा का स्वरूप बदलने लगता है। बढ़ती उम्र के साथ कोलैजन बेतरतीब अथवा असंगठित होने लगते हैं और एलास्टिन की मात्रा घटने लगती है। इतना ही नहीं, कोलैजन तंतु असंगठित होने के साथ परस्पर गुंफित भी होने लगते हैं। इससे त्वचा की चौरसता और लचीलापन कम होने लगता है और धीरे-धीरे बुढ़ापे में त्वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं।

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