सिनेमा के 100 साल

By: May 7th, 2017 12:07 am

’आहट ’ एलबम से मिली पहली सफलता

Utsavपंकज उधास का जन्म गुजरात में राजकोट के पास जैतपुर के एक बीयर बनाने वाले परिवार में हुआ था।  भारतीय संगीत उद्योग में उनको तलत अजीज और जगजीत सिंह जैसे अन्य संगीतकारों के साथ इस शैली को लोकप्रिय संगीत के दायरे में लाने का श्रेय दिया जाता है। उधास को फिल्म ‘नाम’ (1986) फिल्म में गायकी से प्रसिद्धि मिली, जिसमें उनका एक गीत ‘चिठ्ठी आई है’ काफी लोकप्रिय हुआ था। उसके बाद से उन्होंने कई फिल्मों के लिए पार्श्व गायक के रूप में अपनी आवाज दी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कई एलबम भी रिकार्ड किए हैं और एक कुशल गजल गायक के रूप में पूरी दुनिया में अपनी कला का प्रदर्शन किया। 2006 में पंकज उधास को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने सर बीपीटीआई भावनगर से शिक्षा प्राप्त की थी। उसके बाद उनका परिवार मुंबई आ गया और पंकज ने वहां के सेंट जेवियर्स कालेज में पढ़ाई की। पंकज उधास के बड़े भाई मनहर रंगमंच के एक अभिनेता थे, जिसकी वजह से पंकज संगीत के संपर्क में आए। रंगमंच पर उनका पहला प्रदर्शन भारत-चीन युद्ध के दौरान हुआ, जिसमें उन्होंने ‘ऐ मेरे वतन के लोगो’ गाया जिसके लिए एक दर्शक द्वारा उनको पुरस्कार स्वरूप 51 रुपए का इनाम भी दिया गया। चार साल बाद वह राजकोट की शराबी नाट्य अकादमी में भर्ती हो गए और तबला बजाने की बारीकियों को सीखा। उसके बाद, उन्होंने सेंट जेवियर्स कालेज से विज्ञान स्नातक डिग्री की पढ़ाई की और एक ‘बार’ में काम शुरू कर दिया तथा समय निकालकर गायन का अभ्यास करते रहे। उधास ने पहली बार 1972 की फिल्म कामना में अपनी आवाज दी, जो कि एक असफल फिल्म रही थी। इसके बाद, उधास ने गजल गायन में रुचि विकसित की और गजल गायक के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उन्होंने उर्दू भी सीखी। सफलता न मिलने के बाद वह कनाडा चले गए और वहां अमरीका में छोटे-मोटे कार्यक्रमों में गजल गायकी करके अपना समय बिताने के बाद वह भारत आ गए। उनकी पहली गजल एलबम आहट 1980 में रिलीज हुई थी। यहां से उन्हें सफलता मिलनी शुरू हो गई और 2009 तक वह 40 एलबम रिलीज कर चुके थे। 1986 में उधास को ‘नाम’ फिल्म में अपनी कला का प्रदर्शन करने का एक और अवसर प्राप्त हुआ, जिससे उनको काफी प्रसिद्धि भी मिली। बाद में उधास ने सोनी एंटरटेंमेंट टेलीविजन पर ‘आदाब अर्ज है’ नाम से एक टेलेंट हंट कार्यक्रम की शुरुआत की।

पुरस्कार

* 2006- पंकज उधास को गजल गायकी के करियर में सिल्वर जुबली पूरा करने के उपलक्ष्य में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

* 2006- 2005 के सर्वश्रेष्ठ गजल एलबम के रूप में ‘हसरत’ को कोलकाता में प्रतिष्ठित ‘कलाकार’ अवार्ड से सम्मानित किया गया।

* 2004 – लंदन के वेम्बली कान्फ्रेंस सेंटर में इस प्रतिष्ठित स्थान पर प्रदर्शन के 20 साल पूरे करने के लिए विशेष सम्मान।

* 2003-‘इन सर्च ऑफ  मीर’ नामक सफल एलबम के लिए एमटीवी इम्मीज अवार्ड दिया गया।

* 2003 -गजल को पूरे विश्व में लोकप्रिय बनाने के लिए न्यूयार्क के बालीवुड म्यूजिक अवार्ड में स्पेशल अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

* 2003- गजल और संगीत उद्योग में योगदान के लिए दादाभाई नौरोजी इंटरनेशनल सोसायटी द्वारा दादाभाई नौरोजी मिलेनियम अवार्ड से सम्मानित किया गया।

* 2002 -मुंबई में सहयोग फाउंडेशन द्वारा संगीत क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कृत किया गया।

* 2002-इंडो-अमरीकन चैंबर ऑफ  कॉमर्स द्वारा सम्मानित किया गया।

* 2001- मुंबई शहर के रोटरी क्लब द्वारा एक गजल गायक के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वोकेशनल रिकग्नीशन अवार्ड।

* 1999-भारतीय संगीत में असाधारण सेवाओं के लिए, विशेष रूप से भारत और विदेशों में गजल को बढ़ावा देने के लिए भारतीय विद्या भवन, अमरीका पुरस्कार न्यूयार्क में आयोजित गजल समारोह में प्रदान किया गया।

* 1985-वर्ष का सर्वश्रेष्ठ गजल गायक होने के लिए केएल सहगल अवार्ड से सम्मानित किया गया।

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