कपड़ा व्यापारी हड़ताल पर

By: Jun 28th, 2017 12:04 am

जीएसटी का विरोध, पहले दिन 20 हजार करोड़ गर्क

नई दिल्ली— वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कपड़ों पर 70 साल बाद कर लगाने के खिलाफ दिल्ली हिंदोस्तानी मर्कंटाइल एसोसिएशन के आह्वान पर तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को राजधानी दिल्ली स्थित एशिया के सबसे बड़े रेडिमेड कपड़ा बाजार गांधीनगर और चांदनी चौक स्थित थोक बाजार सहित देश के अधिकांश कपड़ा बाजार बंद रहे। पहले एक दिन की हड़ताल की गई थी, जिससे 20 हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ था। अब तीन दिन की हड़ताल से 60 हजार करोड़ रुपए का नुकसान का अनुमान है। एसोसिएशन ने जीएसटी में कपड़ों पर कर लगाए जाने के विरोध में 29 जून तक बाजार बंद रखने का ऐलान किया है। इसी के तहत गांधीनगर, चांदनी चौक के साथ ही देश के प्रमुख कपड़ा बाजार में कारोबार नहीं हुआ। एसोसिएशन के प्रधान अरुण सिंहानिया के अनुसार कपड़ा पर जीएसटी लगाने पर केंद्र सरकार 30 जून की जीएसटी परिषद की बैठक में पुनर्विचार करे। कपड़ा व्यापारियों, उनसे जुड़े कर्मचारियों तथा उनके परिवार और जनता पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को रोकने के लिए पुनर्विचार किया जाए, क्योंकि इससे देश भर के कपड़ा व्यापारी नाराज हैं। सत्तर साल बाद कपड़े को कर के दायरे में लाया गया है। जीएसटी में एक हजार रुपए तक के कपड़ों पर पांच प्रतिशत और इससे ऊपर की कीमत के कपड़ों पर 12 प्रतिशत जीएसटी का प्रावधान किया गया है। संगठन ने कहा है कि जीएसटी परिषद 30 जून की बैठक में यदि इस पर पुनर्विचार नहीं किया जाता है तो देश भर के कपड़ा व्यापारी अनिश्चतकालीन हड़ताल करने को मजबूर होंगे।

भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App