दर्जा नगर पंचायत का, सुविधाएं सिफर

By: Jun 29th, 2017 12:05 am

दौलतपुर चौक —  कस्बा दौलतपुर चौक को नगर पंचायत का दर्जा मिले तीन दशक हो चुके हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर ठेंगा ही दिखाया जाता है। लगातार प्रयासों के बावजूद एक कूड़ा संयंत्र तक भी नगर पंचायत के पास नहीं हैं। न ही घर-घर से कूड़ा एकत्रित करने की सुविधा है। आलम यह है दौलतपुर चौक नगर पंचायत को 20 वर्ष पूर्व सफाई कर्मचारियों के आठ पद स्वीकृत हुए थे। नए पद स्वीकृत होना तो दूर की बात वर्तमान समय में एक भी नियमित सफाई कर्मचारी नहीं है। ठेके पर कर्मचारियों से काम चलाऊ व्यवस्था की गई है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। यद्यपि नगर पंचायत प्रशासन ने सफाई व्यवस्था चाक चौबंद रखने के लिए नौ कर्मचारी ठेके पर रखे हैं, जो प्रतिदिन सफाई करते हैं,  लेकिन नगर पंचायत के भौगोलिक क्षेत्र एवं आबादी को देखते हुए अपर्याप्त हैं। सात वार्ड वाले नगर पंचायत दौलतपुर चौक के वार्ड नंबर एक एवं सात शहरी क्षेत्र है। जबकि वार्ड दो, तीन, चार, पांच व छह पहाड़ी क्षेत्र है। सात वार्ड में लगभग 5000 आबादी है। इतनी ही पांच हजार फ्लोटिंग आबादी है। जो प्रतिदिन अपने कार्यों व  पढ़ाई इत्यादि के लिए नगर पंचायत दौलतपुर चौक आते हैं। इस तरह दस हजार की आबादी पर मात्र नौ सफाई कर्मचारी होना, काम चलाऊ व्यवस्था का पर्दाफाश करता है। ‘दिव्य हिमाचल’ द्वारा की गई पड़ताल में पता चला कि नगर पंचायत में सफाई व्यवस्था वार्षिक लगभग साढ़े 12 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। नगर पंचायत दौलतपुर चौक के सात वार्ड में 60 कूड़ा पात्र लगाए गए हैं। कूड़ा उठाने के लिए एक ट्राली एवं एक टिप्पर का प्रयोग किया जाता है। इस कूड़े को कूहा देवी क्षेत्र में डंप करने के बाद मिट्टी में दफना दिया जाता है, लेकिन बेस्ट ैमैनेजमेंट जैसा प्रबंध नहीं है। इसके अतिरिक्त कहीं-कहीं लोग कूड़ापात्र में कूड़ा डालने की जगह खुले में कूड़ा फेंक जाते हैं। उक्त आलम अकसर शास्त्री मार्केट व रेस्ट हाउस के समीप रखे कूड़ापात्र और तलवाड़ा रोड पर रखे कूड़ापात्र के बाहर पड़ी गंदगी से देखने को मिलता है। इसके अतिरिक्त नगर पंचायत दौलतपुर चौक अभी तक सीवरेज जैसी सुविधा भी नहीं हैं। नालियों से उठती दुर्गंध लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। स्थानीय बाशिंदों में रोहित जोशी, विकास, अशोक, अनिल, कमल, पवन, राकेश ने बताया कि नगर पंचायत दौलतपुर चौक में सफाई व्यवस्था के प्रबंध नाकाफी है। विशेषकर 24 घंटों में मात्र एक बार ही सफाई की जाती है। उधर, महिलाओं शक्ति देवी, सीमा, बिमला, सुनीता, तृप्ता सहित अन्य ने नगर पंचायत प्रशासन से घरों से कूड़ा उठाने की मांग की है। उधर, पूर्व पार्षद सुशील कुमार ने आम जनता से आग्रह है कि घर से लाया गया कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें, ताकि शहर साफ सुथरा रहे।

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