सफलता के लिए संघर्ष और सकारात्मकता जरूरी

By: Jun 14th, 2017 12:05 am

हर सफलता के लिए संघर्ष की जरूरत होती है। धैर्य रखें, सकारात्मक रहें। याद रखें दर्द दो तरह के होते हैं।  एक जो आपको चोट पहुंचता है और दूसरा जो आपको बदलता है। दोनों ही सिखाते हैं…

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि जिंदगी में जो हो रहा है वह अच्छा है या बुरा। खुशी समस्याओं की गैर मौजूदगी का नाम नहीं है, बल्कि समस्याओं से निपटने के सामर्थ्य का नाम है। इस बात को देखें कि आज आपके पास क्या है। इस बात पर नहीं कि आपने क्या खो दिया। अगर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है तो उस हालत का सामना करने के लिए ये तरीके काम में लीजिए।

कठिन समय सिखाता है आगे बढ़ने के बारे में।

कभी-कभी जिंदगी पिछले दरवाजे इसलिए बंद कर देती है क्योकि यह समय आगे बढ़ने का है। यह अच्छा भी है क्योंकि जब तक हालात दबाव न डालें हम आगे नहीं बढ़ते हैं। जब समय कठिन हो तो याद रखें कोई भी दर्द बिना उद्देश्य के नहीं होता है। जिससे चोट लगी, उसे नजरअंदाज कर दें, लेकिन इससे जो सबक मिला उसे कभी भूलें नहीं। हर सफलता के लिए संघर्ष की जरूरत होती है। धैर्य रखें, सकारात्मक रहें। याद रखें दर्द दो तरह के होते हैं।  एक जो आपको चोट पहुंचता है और दूसरा जो आपको बदलता है। दोनों ही सिखाते हैं।  जीवन आसान नहीं, हंसना बंद न करें अभी वक्त अच्छा है, इसका आनंद लें। यह सदा नहीं रहेगा। वक्त बुरा है, चिंता न करें। यह भी सदा नहीं रहेगा। यह सोचकर हंसना बंद न करें कि जीवन आसान नहीं है। कोई बात परेशान कर रही है तो मुस्कराना न छोड़ दें। हर पल नई शुरुआत और नया अंत है। दूसरा मौका मिलेगा अगले ही पल। इसे अच्छा बनाने की जरूरत है।

बीते कल की बातें आज बिलकुल न दोहराएं।

कुछ नहीं करना और सफल होने के मुकाबले प्रयास करना और नाकाम होना ज्यादा अच्छा है। अगर नाकाम रहे तो सब कुछ खत्म नहीं हो गया। अतीत की छाया भविष्य पर मत पड़ने दीजिए। बीते कल की आज शिकायत करने से आने वाला कल बेहतर नहीं होगा। बदलाव लाएं और पीछे मुड़कर न देखें। सच्ची खुशी तभी आएगी, जब समस्याओं के बारे में शिकायत करना छोड़ देंगे।

बदलाव वही लाएं जो आपको बेहतर बना सके।

जब कोई आपको नीचा दिखाने की कोशिश करे, तो मुस्कराएं। उत्साह और काम में मन लगाए रखने का यह आसान तरीका है। आप हर बात को पर्सनली नहीं ले सकते हैं। आपसे कोई कहे कि आप अच्छे नहीं हैं तो उसे प्रभावित करने के लिए खुद में बदलाव न लाएं। बदलाव वही लाएं जो आपको बेहतर बनाएं।

धैर्य का अर्थ काम के दौरान अच्छा नजरिया अपनाना है।

धैर्य का मतलब इंतजार नहीं होता, बल्कि सपनों के लिए काम करने के दौरान अच्छा नजरिया रखने की काबिलीयत से है। इसलिए प्रयास करें तो उसे वक्त भी दें। इसका मतलब कुछ पलों के लिए स्थायित्व और चैन खोना हो सकता है, लेकिन यह धैर्य रखने से ही जाहिर होगा कि आप जो पाना चाहते हैं, उसके प्रति कितने दृढ़ हैं । अगर दृढ़ हैं तो नाकामियों के बावजूद काम पूरा होगा। धैर्य रखने से हर कदम पर बेहतर महसूस करेंगे। लगने लगेगा कि आपकी राह में कोई संघर्ष नहीं है। दिनभर के दौरान आपके साथ जो भी छोटी-छोटी आनंददायक घटनाएं घटी हों, उनका संग्रह करें। आप एक दैनिकी रख सकते हैं और उन्हें लिखकर रख सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आज ट्रैफिक कम था अगर आपने एक बहुत बढि़या ब्रेकफास्ट किया, अगर आपके दोस्त ने कुछ विनोदपूर्ण कहा, जिससे आप हंस पडे़ अगर आप अपने कुत्ते को घुमाने पार्क में लेकर गए और उसके साथ खेले, ये सभी साथ जोड़ें। इससे आपका दृष्टिकोण बदलने की शुरुआत हो सकती है। आपके पास जो चीजें हैं उनके लिए गहराई से कृतज्ञता भरे विचार करें। यह अधिक खुश होने का एक असरदार मार्ग है। अगर आप उन चीजों के लिए कृतज्ञता महसूस करते हैं, जो आपके पास हैं तो आपके पास जो है उसकी आप प्रशंसा करते हैं और जीवन के साथ अधिक संतुष्ट महसूस करते हैं।

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