कसौली में है सनावर का प्रसिद्ध लारेंस स्कूल

By: Jul 26th, 2017 12:05 am

गड़खल में सत्य साई बाबा के आश्रम के समीप मंकी प्वाइंट है। कसौली में पास्चर संस्थान भी है जो कुत्ते के काटे का वैक्सीन भी तैयार करता है। सामने की पहाड़ी पर सनावर में प्रसिद्ध लारेंस स्कूल स्थित है। कसौली में दूरदर्शन रिले स्टेशन भी है…

कसौली

यह एक मनोहर पहाड़ी स्थान है तथा पक्षियों का निरीक्षण करने वालों के लिए अति लोलुप है। गड़खल में सत्य साई बाबा के आश्रम के समीप मंकी प्वाइंट है। कसौली में पास्चर संस्थान भी है जो कुत्ते के काटे का वैक्सीन भी तैयार करता है। सामने की पहाड़ी पर सनावर में प्रसिद्ध लारेंस स्कूल स्थित है। कसौली में दूरदर्शन रिले स्टेशन भी है। छावनी होने के कारण अनुरक्षण बहुत अच्छा है।

किल्लाड़

पांगी उपमंडल का मुख्यालय किल्लाड़ चिनाब नदी की एक गहरी और तंग खड्ड में स्थित है। इस तक साच दर्रे द्वारा पहुंचा जा सकता है। बहुत से कठोर पर्वतारोहियों की यह इच्छा होती है कि वे आकर्षक चेहरों, सुंदर नृत्यों और शोभायुक्त प्रदेशों की यात्रा करें। किल्लाड़ से प्रसिद्ध पर्वतारोही मार्ग जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़, जांस्कर घाटी में उमासी लॉ और दक्षिण-पूर्व में केलांग और मंडी है। इस घाटी से लाहुल के पर्वतारोहण मार्ग पर पुरथी नाम का सुंदर स्थान आता है, जो सर्वोत्तम और सबसे सुंदर पौधाधरों में एक तथा चिनाब नदी के दाहिने किनारे पर एक ऐतिहासिक विश्राम गृह के लिए प्रसिद्ध है।

काजा

काजा स्पीति घाटी का  उपमंडल मुख्यलय है। यह स्पीति नदी के बाएं किनारे ढालुआ पर्वतपृष्ठ के पैंदे में स्थित है। एक समय यह स्पीति के मुखिया नोनो का मुख्यालय था। यह शिमला से 425 किलोमीटर दूर है।

की- मोनेस्ट्री

यह स्पीति के प्रभुत्व वाले गांव की सबसे पुरानी तथा सबसे बड़ी मोनेस्ट्री है। इस मठ में लगभग 300 लामा अपना धार्मिक प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। इसमें बुद्ध तथा अन्य देवी-देवताओं के दुर्लभ चित्र तथा धार्मिक ग्रथ हैं। यह स्पीति की पश्चिमी जनसंख्या की सेवा कर रही है।

कोठी

यह जिला किन्नौर में है और इसे ‘कोष्टांपी’ भी कहा जाता है। यह कल्पा से थोड़ा नीचे है और किन्नर कैलाश के पृष्ठ भाग में शोभयमान है। गांव में ‘श्वांग चंडिका’ का प्रसिद्ध मंदिर भी है। गांव का अपने आकर्षक मंदिर, हरे खेतों और फलदार पेड़ों से  एक सुंदर परिदृश्य है।

कुगती

यह भरमौर का अंतिम आवासीय गांव है, जो कुगती दर्रा से बहुत दूर नहीं है। यह भरमौर से केलांग के लिए एक चुनौतीपूर्ण मार्ग है। यहां से केलांग वजीर का प्रसिद्ध मंदिर दो किलोमीटर दूर है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App