गाय से मिलेगा एड्स का टीका

By: Jul 23rd, 2017 12:05 am

NEWSअमरीकी शोधकर्ताओं का कहना है कि एचआईवी से निपटने के लिए वैक्सीन बनाने में गाय काफी मददगार साबित हो सकती है। प्रतिरक्षा के तौर पर ये जानवर लगातार ऐसे विशेष एंटीबॉडीज प्रोड्यूस करते हैं, जिनके जरिए एचआईवी को खत्म किया जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि काप्लेक्स और बैक्टीरिया युक्त पाचन तंत्र की वजह से गउओं में प्रतिरक्षा की क्षमता ज्यादा विकसित हो जाती है। अमरीका के नेशनल इंस्टीच्यूट्स ऑफ हैल्थ ने इस नई जानकारी को बेहतरीन बताया है। एचआईवी एक घातक प्रतिद्वंद्वी है और इतनी जल्दी अपनी स्थिति बदलता है कि वायरस को मरीज के प्रतिरक्षा सिस्टम में हमला करने का रास्ता मिल जाता है। एचआईवी अपनी मौजूदगी को बदलता रहता है। एक वैक्सीन मरीज के रोग प्रतिरोधक सिस्टम को विकसित कर सकती है और लोगों को संक्रमण के पहले स्टेज पर बचा सकती है। इंटरनेशनल एड्स वैक्सीन इनिशिएटिव और दि स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीच्यूट ने गउओं की प्रतिरक्षा क्षमता को लेकर टेस्ट शुरू किया।  शोधकर्ता डाक्टर डेविन सोक ने बताया कि इसके परिणाम ने हमें हैरान कर दिया। जरूरी एंटीबॉडीज गउओं के प्रतिरक्षा तंत्र में कई सप्ताह में बनते हैं। डाक्टर सोक ने कहा कि यह बेहद उन्मुक्त कर देने वाला मौका था। इनसानों में ऐसे एंटीबॉडी विकसित होने में करीब तीन से पांच साल लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इसके पहले यह इतना आसान नहीं लग रहा था। किसे पता था कि एचआईवी के इलाज में गउओं का योगदान होगा। अध्ययन में बताया गया है कि गउओं की एंटीबॉडीज से एचआईवी के असर को 42 दिनों में 20 फीसदी तक खत्म किया जा सकता है। प्रयोगशाला परीक्षण में पता चला कि 381 दिनों में ये एंटीबॉडीज 96 फीसदी तक एचआईवी को बेअसर कर सकते हैं। एक और शोधकर्ता डाक्टर डेनिस बर्टन ने कहा कि इस अध्ययन में मिली जानकारियां बेहतरीन हैं। उन्होंने कहा कि इनसानों की तुलना में जानवरों के एंटीबॉडीज ज्यादा यूनीक होते हैं और एचआईवी को खत्म करने की क्षमता रखते हैं।

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