दस निजी बीएड कालेज संकट में

By: Jul 25th, 2017 12:04 am

काउंसिलिंग नजदीक, अभी तक एनसीटीई की सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं नाम

newsशिमला — हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को बीएड के दो वर्षीय कोर्स के लिए इस सत्र भले ही प्रवेश के लिए आवेदन अधिक मिले हों, लेकिन प्रवेश के लिए प्रदेश मेें बीएड के लिए सीटों की संख्या घट सकती है। सीटों की यह संख्या उन 10 निजी कालेजों के चलते घटेगी, जिनका नाम इस वर्ष नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों में ही शामिल नहीं किया गया है। काउंसिल की ओर से सत्र 2017-18 के लिए जिन बीएड कालेजों को प्रवेश के लिए मान्यता दी गई है, उनकी सूची जारी कर दी गई है। जारी कि गई सूची में प्रदेश के 10 निजी बीएड कालेजों के नाम ही नहीं है। ऐसे में इन कालेजों में इस सत्र प्रवेश को लेकर स्थिति बिगड़ गई है। गौर हो कि प्रदेश में दो सरकारी बीएड कालेजों के साथ ही 73 निजी बीएड कालेजों में निर्धारित सीटों को भरने के लिए विवि प्रशासन ही काउंसिलिंग की प्रक्रिया करवाता है। यह काउंसिलिंग केवल उन्हीं संस्थानों के लिए करवाई जाती है, जिन्हें एनसीटीई की ओर से मान्यता प्रदान की जाती है। एनसीटीई विवि के लिए सूची जारी कर उन संस्थानों के नाम शामिल करता है, जो सभी नियमों को पूरा करते हैं और सत्र की शुरुआत करने के लिए पूरी तरह से मान्य हैं। इस वर्ष प्रदेश के लिए जो सूची जारी की गई है, उसमें 10 कालेजों के नाम न होने के चलते विवि प्रशासन ने इन संस्थानों को अपनी समस्या को एनसीटीई से मिलकर सुलझाने का समय दिया है। विवि की ओर से पहले 20 जुलाई और फिर 22 जुलाई का समय इन समस्याओं को सुलझाने के लिए दिया गया था, लेकिन अभी तक इन 10 कालेजों का नाम एनसीटीई की सूची में शामिल नहीं हो पाया है। विवि की ओर से बीएड कालेजों की सीटें भरने के लिए काउंसिलिंग 28 जुलाई से करवाई जानी है। इसका शेड्यूल भी विवि ने जारी कर दिया है। ऐसे में अगर इस तिथि से पहले इन दस निजी बीएड कालेजों के नाम एनसीटीई की सूची में प्रवेश के लिए मान्य नहीं होते हैं और एनसीटीई की ओर से विवि को कोई मंजूरी इन संस्थानों की प्रवेश प्रक्रिया करवाने के  लिए नहीं मिलती है, तब तक विवि इन कालेजों की सीटें भरने के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया नहीं करवाएगा।

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