पशु हेल्पलाइन

By: Jul 20th, 2017 12:05 am

गाभिन पशु नहीं फेंकता सफेद नाडू

मेरी कट्टी को कृत्रिम गर्भाधान करवाए डेढ़ महीना हो गया है। दो दिन से वह सफेद रंग का नाडू फेंक रही है। क्या वह गाभिन है?

—गुरुदेव, हमीरपुर

आपका पशु गाभिन है या नहीं यह तो कृत्रिम/प्राकृतिक गर्भाधान के अढ़ाई-तीन महीने बाद ही पता चल सकता है। अभी आप उसके नाडू का रंग देखें। अगर उसका नाडू पानी की तरह पारदर्शी परंतु चिपचिपा है तो शायद आपका पशु गाभिन नहीं है व आप इसका परीक्षण तुरंत पशु चिकित्सा अधिकारी से करवाएं। अगर उसका नाडू धुंधला है तो शायद यह गाभिन हो सकती है, परंतु इसकी पुष्टि केवल गर्भाधान से अढ़ाई महीने बाद ही हो सकती है। हां, अगर इसका नाडू धुंधला है व अढ़ाई महीने बाद यह गाभिन भी नहीं निकलती है,तो इसका मतलब है कि इसके बच्चेदानी में संक्रमण है। फिर आप इसके बच्चेदानी की तीन दिन सफाई करवाएं व उसके बाद ही इसका कृत्रिम गर्भाधान करवाएं।

मेरी गाय की प्रसूति को दो साल हो गए हैं। आखिरी बार कृत्रिम गर्भाधान अढ़ाई महीने पहले करवाया था। अभी तक उसने गरमाने के लक्षण नहीं दिए हैं, क्या करें?

—ओंकार सिंह, कागड़ा

आपके पशु का कृत्रिम गर्भाधान करवाए अढ़ाई महीने हो गए हैं व उसके बाद उसने गरमाने के लक्षण नहीं दिए हैं। आप इसका परीक्षण पशु चिकित्सा अधिकारी से करवाएं, ताकि पता चल सके कि आपका पशु गाभिन है कि नहीं। अगर गाभिन है तो आप उसे

-पेट के कीड़ों की दवाई दें।

-खनिज मिश्रण 50 ग्राम प्रतिदिन दें।

-पशु आहार डेढ़ किलो सुबह व शाम दिन में दो बार खिलाएं।

-अगर आपका पशु गाभिन नहीं है तो वह प्रसवोत्तर अमद अवस्था में है। तो आप उसे उपरोक्त इलाज के अलावा गोली —– चार गोली प्रतिदिन डेढ़-दो महीने खिलाएं।

मैं पहले भी पशु हेल्पलाइन में लिख चुका हूं कि प्रसूति के दो महीने बाद आपके पशु को गरमाने के लक्षण देने चाहिए। अगर पशु प्रसूति के दो महीने बाद तक गर्भाने के लक्षण नहीं देता तो उसका परीक्षण अतिशीघ्र पशु चिकित्सा अधिकारी से करवाएं। पशु के दो ब्यांत के बीच का समय 12-15 महीने होना चाहिए। अगर यह समय 15 महीने से ऊपर निकल जाता है तो पशुपालक को अत्यधिक आर्थिक हानि होती है। इससे पशुपालन व्यवसाय को काफी नुकसान होता है। आगे से इस बात का ध्यान रखें कि गाय के दो ब्यांत के बीच में 15 महीने व भैंस के दो ब्यांत के बीच में 18 महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। अगर इससे ज्यादा अंतराल होता है तो आपका पशुपालन व्यवसाय कभी भी लाभ में नहीं चल सकता है। तो अगर आपने अपने व्यवसाय को लाभप्रद बनाना है तो आप सुनिश्चित करें कि प्रसूति के दो ही ने बाद आपका पशु गरमाए व उसका कृत्रिम गर्भाधान हो जाए। अगर प्रसूति के दो महीने बाद भी आपका पशु गरमाने के लक्षण न दे तो आप उसका परीक्षण पशु चिकित्सा अधिकारी से अवश्य करवाएं।

डा. मुकुल कायस्थ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, उपमंडलीय पशु चिकित्सालय पद्धर(मंडी)

फोनः 94181-61948

नोट ः हेल्पलाइन में दिए गए उत्तर मात्र सलाह हैं।

Email: mukul_kaistha@yahoo.co.in

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