मंडी की सारी गंदगी…सीधी ब्यास में

By: Jul 25th, 2017 12:07 am

14 साल बाद भी  ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बना पाई नगर परिषद, क्यारी में एनएच किनारे डंप हो रहा कूड़ा

newsमंडी – प्रदेश के सबसे बड़े व पुराने शहरों में शुमार छोटी काशी मंडी में 14 साल में भी शहर से निकलने वाले कूड़ा-कर्कट के प्रबंधन के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं बन सकी है। दुखद तो यह है 2003 में गारबेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन यह आज तक पूरी नहीं हो सकी है। पिछले लगभग 17 वर्षों से राष्ट्रीय राजमार्ग-21 पर स्थित क्यारी नामक जगह पर हर रोज 15 से 20 क्विटंल कूड़ा-कर्कट एकत्रित किया जा रहा है। यहां पर न सिर्फ नगर परिषद मंडी, बल्कि नेरचौक, जोगिंद्रनगर और पंडोह से भी कूड़ा कर्कट पहुंच रहा है। मंडी शहर में बेशक नगर परिषद ने डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन व्यवस्था को लागू कर शहर की सफाई व्यवस्था को सुधार दिया है, लेकिन गारबेज ट्रीटमेंट प्लांट आज तक स्थापित नहीं हो सका है। नतीजतन कूड़ा कर्कट को क्यारी में खुले में दबाया जाता है, जबकि प्लास्टिक और न गलने वाले अन्य कूड़ा कर्कट को नगर परिषद सेग्रीगेट कर बेच रही है, जबकि बड़ी मात्रा में कूड़ा कर्कट ब्यास में भी जा रहा है। बड़ी संख्या में लोग सीधे ब्यास में कूड़ा कर्कट फेंक रहे हैं, जिसे लेकर एनजीटी भी संज्ञान ले चुका है और इस मामले की सुनवाई एनजीटी में चली हुई है। एनजीटी के हस्तक्षेप के बाद अब कूड़ा संयंत्र स्थापित होने की उम्मीद बनी है। कूड़ा संयंत्र स्थापित करने के लिए एनजीटी ने केंद्र  को अढ़ाई करोड़ जारी करने को कहा है। अब राहत की उम्मीद जगी है।

ट्रीटमेंट प्लांट को नहीं मिल रही जगह

एनजीटी के आदेशों के बाद अब क्लस्टर स्तर पर एक गारबेज ट्रीटमेंट प्लांट बनना है, जहां गलने वाले कूड़े से खाद बनाई जानी है, लेकिन इसे कहां लगाया जाए, यह सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। इस समय क्यारी में सैकड़ों क्विंटल कूड़ा-कर्कट पड़ा हुआ है। उस जगह पर कूड़ा संयंत्र लगाने से पहले इस कूड़े को हटाना पडे़गा, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में कूडे़ को हटाना संभव नहीं है, वहीं नगर परिषद दूसरी डंपिंग साइट की तलाश कर रही है, लेकिन इसमें काफी समय लगेगा।

डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन ठेके पर

मंडी शहर में हर शहर से डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन व्यवस्था लागू की गई है। नगर परिषद के सभी 13 वार्ड ठेके पर हैं। यहां ठेके पर सफाई होती है और ठेकेदार के कर्मचारी ही कूड़ा भी एकत्रित करते हैं, वहीं अब लोग घर पर ही कूड़े की छंटाई कर सफाई क र्मचारियों को दे रहे हैं। इसके बाद सफाई कर्मी डंपिंग साइट पर कूडे़ की छंटाई करते हैं। इसलिए लोग सफाई कर्मियों को शुल्क भी दे रहे हैं।

हर दिन पैदा हो रहा 1५ क्विंटल कचरा

मंडी शहर से हर रोज 12 से 15 क्विंटल तक कूड़ा-कर्कट निकलता है, जिसे ठेकेदार 80 से अधिक सफाई कर्मियों के माध्यम से डंपिंग साइट पर पहुंचाता है। एनएच किनारे स्थित इस डंपिंग साइट पर और कस्बों से भी कूड़ा आता है।

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