लगन ही खोलती है सफलता के द्वार

By: Jul 19th, 2017 12:05 am

गुलाब और कांटों का अच्छा दोस्ताना है। दोस्ताने को आप किस नजर से देखते हैं,यह आप पर निर्भर है। कोई कहता है गुलाब के साथ कांटे हैं, कोई कहता है कांटों में ही गुलाब खिलते हैं। आपकी सोच से गुलाब को फर्क नहीं पड़ता…

शिक्षक कहते हैं, लगन से पढ़ो। संत कहते हैं लगन से काम करो, लगन सफलता लाने का द्वार है। लगन की परिभाषा से पूरा इतिहास भरा हुआ है। वास्तुशास्त्र का एक नियम यह बताता है कि ईशान में जल का स्थान बना दिया जाए, लगन की रफ्तार बढ़ जाती है। आज के भौतिक युग में आप अपने घर में कुछ भी बदलाव न कर सकें, तो कम से कम एक 20 से 40 लीटर पानी ईशान कोण में जरूर रखें।  आप बहुत जल्द पाएंगे कि बच्चों की पढ़ाई की लगन, घर के कर्ता के व्यापार की लगन, गृहिणी के घर में काम की लगन बढ़ जाएगी और एक स्थिरता महसूस करेंगे। संसार में कोई भी कार्य चाहे वह कितना ऊंचा, कितना महान और गौरवशाली क्यों न हो, मनुष्य के हाथों से ही हुआ है। आदरणीय, सम्माननीय एपीजे अब्दुल कलाम साहब ने पुरुषार्थ से लगन लगाई थी, आज वह नहीं रहे, पर उनकी लगन इतिहास के पन्नों में बराबर याद की जाती रहेगी। लगन से किया हुआ काम कभी समाप्त नहीं होता, अमर हो जाता है। मिसाइल मैन बन जाता है।  मन का हौसला ही मिसाइल मैन बनाता है।  यह विश्वास अनेक लोगों को होता है, भौतिक सफलता लगन का ही परिणाम होती है। जो लोग भाग्य के भरोसे बैठे रहते हैं, उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। गुलाब और कांटों का अच्छा दोस्ताना है। दोस्ताने को आप किस नजर से देखते हैं, यह आप पर निर्भर है। कोई कहता है गुलाब के साथ कांटे हैं, कोई कहता है कांटों में ही गुलाब खिलते हैं। आपकी सोच से गुलाब को फर्क नहीं पड़ता। आपकी सोच को फर्क पड़ता है। रिचर्ड मूर ने कहा है कि प्रत्येक मनुष्य में एक अद्भुत आंतरिक शक्ति छिपी होती है, जिसका परिचय मनुष्य को एक बार अवश्य होता है। बहुत से लोग इससे लाभ उठा जाते हैं और बहुत से सदा के लिए वंचित रह जाते हैं। जीवन का भरपूर आनंद उठाने के लिए यह आवश्यक है कि आप उसका कोई एक लक्ष्य बनाएं।  बुद्धिमानी इसी में है कि अपने मानसिक झुकाव के अनुसार अपना जीवन लक्ष्य बनाएं और उसे पाने के लिए किसी योजना का सहारा लें।  कार्य को पूरी तन्मयता से करने से बड़ी खुशी मिलती है। प्रत्येक दिन एक नई सफलता लेकर आता है। आज का दिन आपका है, आप उसके स्वामी हैं, आप उसका उपयोग अच्छे कार्यों में और दूसरों की सहायता के लिए कर सकते हैं, यह आपके वश में है।  हमारा दिमाग इतना ताकतवर है, जिसे सदैव कुछ न कुछ काम करने के लिए चाहिए। दिमाग प्रति सेकंड दौड़ता रहता है। दौड़ना दिमाग का स्वभाव है। अगर आप दिमाग को दौड़ने नहीं देंगे, व्यर्थ के कामों में उलझा देंगें, दिमाग परेशानियों पर दौड़ेगा। किसी विद्वान ने कहा है कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है। दिमाग को शैतान बनने से पहले काम की लगन लगा दें, सृजन के काम में लग जाएगा।  बुद्धिमानी इसी में है कि सदैव किसी अच्छे से अच्छे काम में लगे रहे। इतने पर भी कुछ नहीं होगा। इसके साथ हमें लक्ष्य को जोड़ना पड़ेगा। सोचिए आप सर्वश्रेष्ठ प्राणी हैं, श्रेष्ठ मनुष्य हैं, आप ईश्वर द्वारा संसार में महान कार्य के निमित्त भेजे गए हैं, आप सर्वशक्तिमान ईश्वर के अंश हैं और ईश्वर ने ही आपका उद्देश्य महान बनाया है। उसे पूरा करने की आपको योग्यता और सामर्थ्य दिया है। इस प्रकार के विचारों से ही आपको अपूर्व आत्मविश्वास की प्राप्ति होगी। हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के विलियम जेम्स का कहना है कि हमारी पीढ़ी की सबसे बड़ी खोज यह है कि व्यक्ति अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाकर अपने जीवन को श्रेष्ठ बना सकता है। उपरोक्त सब कार्य करने के बाद भी आप मन से तो स्वस्थ हो गए, तन से स्वस्थ नहीं हुए। स्वस्थ रहने के लिए मॉर्निंग वाक, हैल्थ चैकअप, डाइट कंट्रोल एवं खाने का समय निर्धारित नहीं किया। उपरोक्त कार्य करने में आपका स्वास्थ्य क्या बन सकता है, आप स्वयं सोचें। स्वस्थ रहने वाला ही मस्त रह सकता है। झुकने से आदमी कमजोर नहीं होता, मगर कमजोर होने से आदमी झुक जाता है।

डा. संपत सेठी, हावड़ा

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App