स्वाद को सफलता में बदलतीं पूनम घई

By: Jul 2nd, 2017 12:07 am

Utsavआम गृहिणी की रसोई से निकला एक छोटा सा आइडिया भी बहुत बड़ा कमाल कर सकता है। रसोई में अपने अनुभव व उम्दा पाक-कला के दम पर आम गृहिणी छोटे-छोटे उत्पाद तैयार करके उन्हें बाजार में उतारकर अच्छी आय अर्जित कर सकती हैं। कुछ इसी तरह के सपने के साथ एक छोटी सी शुरुआत करने वाली भुंतर की गृहिणी पूनम घई ने उद्यमशीलता की एक मिसाल कायम की है। उनके हाथों से बने मसालों के अद्भुत मिश्रण और रेडीमेड तड़के की महक अब सात समंदर पार के देशों तक पहुंच रही है। पूनम के हुनर, मेहनत और उद्यमशीलता को देखकर उद्योग विभाग ने भी विभिन्न सबसिडी योजनाओं के माध्यम से उनकी ओर मदद का हाथ बढ़ाया तो उसके बहुत ही शानदार परिणाम निकले। आज उनके मसाले और ‘रेडी टू कुक स्पाइस मिक्स’ यानी रेडीमेड तड़का भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हाथोंहाथ बिक रहा है। वह सालाना एक करोड़ रुपए से अधिक के मसाले, रेडीमेड तड़का व अन्य उत्पाद देश-विदेश के बाजारों में बेच रही हैं। स्वादिष्ट व जायकेदार भारतीय व्यंजन बनाना पूनम घई का बचपन से ही शौक रहा है। वह अपनी रसोई में नित नए-नए प्रयोग करती रहती थीं। पूनम के हाथों में मानों कोई जादू हो। भांति-भांति के व्यंजन तैयार करके अपने परिजनों, पड़ोसियों व रिश्तेदारों को जब वह परोसतीं तो सभी अंगुलियां चाटते रह जाते और उनकी पाक कला की तारीफ किए बगैर नहीं रहते। भारतीय मसालों का मिश्रण और खाने में उनका इस्तेमाल तो कोई पूनम से सीखे। कई महिलाएं विशेषकर विदेशों में बसीं उनकी रिश्तेदार अकसर उनसे विभिन्न व्यंजनों की रेसिपी पूछती रहती थीं। कुछ वर्ष पूर्व पूनम ने घर में ही मसालों के पैकेट और रेडीमेड तड़का ‘रेडी टू कुक स्पाइस मिक्स’ तैयार करके अपने रिश्तेदारों में बांटना शुरू किए। फिर उन्होंने इस कारोबार में ही हाथ आजमाने का निर्णय लिया। उन्होंने आरआर एंटरप्राइजेज के नाम से मसालों का घरेलू उद्योग आरंभ किया।

Utsavमुलाकात

अपने कारोबार को परिवार की तरह प्यार करती हूं…

आपके जीवन में रसोई का अर्थ क्या है?

महिला का रसोई के साथ बचपन से ही संबंध होता है। एक महिला को रसोई से सबसे अधिक लगाव होता है। भगवान ने जब मनुष्य जीवन दिया है, तो रसोई के साथ भी जीवन का विशेष संबंध है।

रसोई से आपका ताल्लुक गृहिणी का होते हुए, आपका उद्योग की तरफ  चले जाने, दरअसल हुआ कैसे?

रसोई महिलाओं का पहला कार्य है। घर में कुछ ऐसी जिम्मेदारियां भी पड़ीं, जिस कारण मुझे उद्योग की और जाना पड़ा। आज मैं इस उद्योग से पूरा घर चला रही हूं। मेरा बेटा अभी विदेश में है उसे भी मैंने इस कार्य को मुकाम तक पहुंचाने के लिए घर बुलाया है।

अपने भीतर की उद्यमशीलता को आप कैसे समझ पाईं और किस-किस ने आपको प्रेरित किया?

मुझे खाना बनाने का शौक बाल्य अवस्था से ही था। मेरी रसोई में आकर मेरे रिश्तेदार मेरे हाथ से बनाए हुए भोजन की तारीफ करते थे, तो मुझे अटपटा जरूर लगता था। मैं अपनी रसोई में नित नए-नए प्रयोग करती रहती थीं। तरह-तरह के व्यंजन तैयार करके अपने परिजनों- पड़ोसियों व रिश्तेदारों को जब मैं परोसतीं तो सभी खाने की तारीफ करते। उनकी इस तारीफ ने मुझे उद्यमशीलता की ओर अग्रसर किया।

खाने में तड़के का चयन कैसे करती हैं और बाजार के लिए इसका महत्त्व है क्या?

कुछ वर्ष पूर्व ही मैंने घर में ही मसालों के पैकेट और रेडीमेड तड़का ‘रेडी टू कुक स्पाइस मिक्स ’ तैयार करके अपने रिश्तेदारों में बांटना शुरू किए। फिर मैंने इस कारोबार में ही हाथ आजमाने का निर्णय लिया। खाने में तड़के का चयन डिश के मुताबिक करती हूं। आरआर एंटरप्राइजेज के रेडीमेड तड़के ‘रेडी टू कुक स्पाइस मिक्स’ की बाजार में विशेषकर विदेशों में मांग तेजी से बढ़ रही है।

क्वालिटी कंट्रोल के लिए आपका पैरामीटर हैं क्या?

क्वालिटी का ध्यान रखकर ही मासाले तैयार किए जाते हैं। क्वालिटी से किसी तरह का कोई समझौता नहीं है। हर चीज में पैरामीटर का समावेश रहता है।

भारतीय व्यंजनों के स्वाद में मसालों की भूमिका और नियंत्रण?

भारतीय व्यंजनों में मसालों की अहम भूमिका रहती है। स्वाद के लिए तो भारत जाना जाता है। किस डिश में मसालों का कितना इस्तेमाल करना है, यह ज्ञान होना जरूरी है।

अपने उत्पादों में क्या हिमाचली फ्लेवर भी परोस पाईं या इस दृष्टि से कोई योजना?

मसाले और ‘रेडी टू कूक स्पाइस मिक्स’ यानी रेडिमेड तड़का भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हाथोंहाथ बिक रहा है। मैं सालाना एक करोड़ रुपए से अधिक के मसाले रेडिमेड तड़का व अन्य उत्पाद देश-विदेश के बाजारों में बेचती हूं। अभी योजना के बारे में सोचा नहीं है भविष्य में जिज्ञासा उत्पन्न होगी तो योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। वहीं, तंदूरी चिकन,राहड़ा चिकन, फ्राइड चिकन हो या मटन, दाल, सब्जी, रायता हो या चटनी या फिर अन्य कोई व्यंजन सभी के लिए 41 प्रकार के मसाले व तड़का आरआर एंटरप्राइजेज द्वारा तैयार किए जाते हैं।

महिला होने के नाते आप अपने व्यवसाय का प्रसार करने को सुविधाजनक पाती हैं या दिक्कते बढ़ जाती हैं?

मेरे कारोबार का प्रसार मैंने स्वयं नहीं किया है। मेरे रिश्तेदारों ने मेरे घर की रसोई से मेरे इस कारोबार को धरातल पर उतारने की कोशिश की है। आज कारोबारा का प्रसार रिश्तेदार व सगे संबंधियों से ही हो रहा है।

अब जबकि आपका ब्रांड चल निकला है, तो भविय की योजनाएं?

नई योजनाओं के बारे में सोचा जा रहा है।

हिमाचली युवाओं को स्वरोजगार के प्रति आपकी राय विशेषतौर पर महिलाओं के लिए सुझाव?

मैं घर पर 15 महिलाओं को रोजगार दे रही हूं और महिलाओं को इस कार्य में लाकर उन्हें परिपक्व बनाने की कोशिश कर रही हूं। महिलाएं रसोई के अलावा अन्य कामकाज जानती हैं तो अपने कार्य को रोजगार का साधन बनाना चाहिए।

जिस मुकाम पर आप हैं वहां अपनी सफलता के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण क्या रहा या आपके जीवन का मंत्र?

आज मुझे अपने इस कारोबार से परिवार की तरह प्यार है।  कारोबार की महक सात संमदर  पार पहुंची है। मेरा परिवार भी इसी कारोबार से पल-बढ़ रहा है। यह सबसे बड़ी सफलता है।

  • शालिनी राय,


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