गुरु स्टडी सेंटर, धर्मशाला

By: Aug 2nd, 2017 12:07 am

रिशाद मोहम्मद निदेशक

गुरु स्टडी सेंटर, धर्मशालागुरु स्टडी सेंटर, धर्मशालासपनों को पंख लगाने का काम करने वाले गुरु स्टडी सेंटर धर्मशाला की शुरुआत अक्तूबर, 2012 से हुई। वर्ष 2012 से लेकर अब तक अकादमी ने कई बेहतरीन परिणाम दिए हैं। 2012 में जिला कांगड़ा का पुलिस भर्ती परीक्षा का टॉपर इसी अकादमी से निकला। वर्ष 2013 में नीट परीक्षा में कुल दो विद्यार्थियों में से एक एमबीबीएस के लिए चयनित हुआ। इसी प्रकार वर्ष 2014 में कुल तीन बच्चों में से एक नेवी में व दूसरा एनआईटी हमीरपुर में चयनित हुआ। वर्ष 2015 में एक छात्रा एमबीबीएस में चयनित हुई, जो कि वर्तमान में टांडा मेडिकल कालेज में एमबीबीएस कर रही है। इसी वर्ष पुलिस भर्ती परीक्षा में जिला कांगड़ा का टॉपर पुनः इसी अकादमी की देन है। वर्ष 2016 में एक छात्र एआईपीएमटी में उत्तीर्ण हुआ, एक छात्र बीएएमएस में उत्तीर्ण हुआ तथा 29 छात्रों ने पुलिस भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की। पुलिस भर्ती परीक्षा में कांगड़ा जिला से लगातार तीसरा टॉपर इसी अकादमी ने दिया है। वर्ष 2017 में नीट परीक्षा में 11 में से छह विद्यार्थियों ने इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया, जिनमें से एक को टांडा मेडिकल कालेज में एडमिशन मिली तथा दो छात्राओं को मंडी स्थित मेडिकल कालेज में एडमिशन मिली व तीन विद्यार्थियों की काउंसिलिंग अभी बाकी है। इसके अलावा बहुत से छात्र व छात्राएं कृषि विभाग, बैंकिंग सेक्टर, वन विभाग तथा अन्य संस्थानों में चयनित हुए हैं।

क्या कहते हैं निदेशकः गुरु स्टडी सेंटर के निदेशक रिशाद मोहम्मद ने कहा कि यह अकादमी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए हर उस साधन और सुविधा का इस्तेमाल कर रही है, जिसकी छात्रों को जरूरत है। इतने कम समय में ही अकादमी ने इतने बेहतर परिणाम दिए हैं और इसमें मुख्य भूमिका यहां का शिक्षक स्टाफ निभा रहा है। यहां पर छात्रों प्रशिक्षित करने के लिए योग्य शिक्षकों को रखा गया है। वे छात्रों की तैयारी इस ढंग से करवाते हैं कि परिणाम सकारात्मक ही आते हैं। इस वर्ष नीट की परीक्षा में गुरु स्टडी सेंटर धर्मशाला ने 54.54 प्रतिशत परिणाम देकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जो कि हिमाचल में अभी तक पहली बार संभव हो पाया है। इस अकादमी में एनईईटी, जेईइ मेन, पुलिस, बैंक, आर्मी, जमा एक, जमा दो ट्यूशन विद कंपीटीशन आदि कोर्स करवाए जाते हैं। अकादमी के निदेशक रिशाद मोहम्मद के अनुसार बेहतर परिणामों का कारण यह है कि अकादमी में हर परीक्षा के लिए अलग-अलग शिक्षकों की टीम काम रही है तथा हर विषय का विषय विशेषज्ञ अकादमी में कार्यरत है। निदेशक ने बताया कि हिमाचल के अधिकतर बच्चे उपरोक्त विषयों की शिक्षा के लिए चंडीगढ़ या कोटा इत्यादि में जाकर एडमिशन लेते हैं। वहां पर उन्हें 300 विद्यार्थियों की कक्षा में शिक्षा दी जाती है, जिससे हिमाचल का बच्चा उचित शिक्षा नहीं ले पाता व परिणाम भी अच्छे नहीं आते। अतः इस अकादमी का उद्देश्य हिमाचल के बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए छोटी क्लास के माध्यम से शिक्षा देना है, ताकि हिमाचल का बच्चा हिमाचल में रहकर अच्छा परिणाम लाए व अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाए। निदेशक ने बताया कि वर्तमान में एनईईटी व पुलिस भर्ती के लिए अकादमी में एडमिशन शुरू कर दी गई है।

—पवन शर्मा, धर्मशाला

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