पशु हेल्पलाइन

By: Aug 31st, 2017 12:02 am

पशु तीन बार कृत्रिम गर्भाधान से न टिके तो जांच जरूरी

मेरी बछड़ी का डेढ़ साल में आठ बार कृत्रिम गर्भाधान हो चुका है, परंतु वह टिक नहीं रही है?

—सुनीता, हटली

मैं पहले भी पशु हेल्पलाइन में लिख चुका हूं कि अगर कोई भी गाय, बछड़ी, भैंस तीन बार कृत्रिम गर्भाधान से नहीं टिकती है तो आप उसका इलाज पशु चिकित्सक से परीक्षण करवाकर करवाएं। इतने ज्यादा बार कृत्रिम गर्भाधान करवाने का कोई मतलब नहीं है। इससे न केवल आपके पैसे का नुकसान होता है, बल्कि आपको मानसिक कष्ट भी होता है। अब तो पशु औषधियोजकों को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई पशु तीन बार कृत्रिम गर्भाधान करवाने के बाद भी नहीं टिकता है तो उस पशु को पशु चिकित्सा अधिकारी के पास भेजा जाए, ताकि उसका ठीक ढंग से इलाज हो सके। बदल-बदल कर पशु औषधियोजकों से कृत्रिम गर्भाधान करवाने का भी कोई फायदा नहीं होता अपितु नुकसान जरूर हो सकता है। अभी आपकी बछड़ी पिछले 18 महीने में केवल आठ बार गरमाई है। इसका मतलब आपके पशु का मादा क्रम ठीक नहीं है। एक अच्छा पशु हर 18-21 दिन बाद गरमाने के लक्षण देता है, परंतु आपका पशु कभी एक महीने बाद, कभी दो महीने बाद गरमाने के लक्षण दे रहा है। पहले तो आपके पशु का मादा क्रम ठीक लाना पड़ेगा, ताकि वह हर 20-21 दिन बाद गरमाने के लक्षण दे। इसके लिए आप उसे –

– पेट के कीड़ों की दवाई दें।

– खनिज मिश्रण 50 ग्राम प्रतिदिन खिलाएं।

– पशु आहार एक किलो सुबह व एक किलो शाम को खिलवाएं।

इस बीच अगर आपका पशु गरमाने के लक्षण दे तो आप उसका परीक्षण पशु चिकित्सक से अवश्य करवाएं। वैसे उम्मीद है कि जब उसका मादा क्रम ठीक हो जाएगा तो वह कृत्रिम गर्भाधान से टिक जाएगी।हां अगर उपरोक्त इलाज के बाद भी किसी वजह से आपका पशु नहीं टिकता है तो घबराने की बात नहीं है। आप अपने पशु चिकित्सक से सलाह लेकर कृत्रिम ढंग से उसका दूध निकलवा सकते हैं।

मेरा तीन साल का कट्टा एक हफ्ता पहले गिर गया था। गिरने के बाद वह घर तक चलकर आया, परंतु उसके बाद वह बैठ गया व दाईं ओर लेट गया। अब वह उठ नहीं रहा है। वह पूंछ भी नहीं हिला रहा है। पशु औषधियोजक ने सात दिन उसे डाइक्लोजेनिक और बैलामाइल के इंजेक्शन लगाए, परंतु कोई फर्क नहीं पड़ा, क्या करें?

— राजेश, चिंतपूर्णी

आपका पशु दाईं और लेटा है व पूंछ भी नहीं हिला रहा है तो ऐसा प्रतीत होता है कि उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। अगर ऐसी बात है तो शायद आपके पशु का ठीक होना मुश्किल है, परंतु  आप एक बार इसका परीक्षण पशु चिकित्सा अधिकारी से अवश्य करवाएं। वह इसकी जांच करने के बाद बता देंगे कि आपका पशु ठीक हो सकता है कि नहीं।

डा. मुकुल कायस्थ

वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, उपमंडलीय पशु चिकित्सालय पद्धर(मंडी)

फोनः 94181-61948

नोट  हेल्पलाइन में दिए गए उत्तर मात्र सलाह हैं।

Email: mukul_kaistha@yahoo.co.in

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