सर्पदंश…नंगे पांव न निकलें बाहर

By: Aug 20th, 2017 12:05 am

उपायुक्त ऊना विकास लाबरू ने लोगों से किया आह्वान

ऊना – उपायुक्त ऊना विकास लाबरू ने जिला में सर्पदंश के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों से पुनः अपील की है कि सर्पदंश के संभावित खतरे से बचने के लिए लोग नंगे पांव या चप्पल पहनकर खेतों व घासनियों में कार्य करने से परहेज करें। साथ ही सलाह दी कि लोग अंधेरे में घर से बाहर जाने पर टॉर्च का इस्तेमाल करें तथा सर्पदंश से बचने के लिए भूमि पर सोने से भी परहेज करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को सर्पदंश हो तो प्रभावित व्यक्ति को इधर-उधर झाड़फूंक में समय बर्बाद करने के बजाय 108 एंबुलेंस का इस्तेमाल करते हुए सीधे सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में लेकर जाएं, ताकि सर्पदंश के कारण अनमोल जिंदगी को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला में सभी प्राथमिक, सामुदायिक तथा सिविल अस्पतालों में एंटी स्नेक वीनम उपलब्ध है।

सर्पदंश होने पर क्या नहीं करना चाहिए

इस संदर्भ में सीएमओ डा. प्रकाश दड़ोच ने बताया कि सर्पदंश होने पर सांप के काटने वाली जगह को बांधना नहीं चाहिए, जिससे खून का प्रवाह रुक जाता है तथा जहर ज्यादा असर करता है, साथ ही सर्पदंश की जगह पर किसी चाकू या ब्लेड से कोई चीरफाड़ नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से जहर जल्दी फैलता है। काटने वाली जगह के नजदीकी जोड़ को हिलाना नहीं चाहिए और बिना समय बर्बाद किए पीडित व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया जाना चाहिए।

ये हैं लक्षण

सीएमओ ने बताया कि काटने वाली जगह पर दर्द, खून का बहना, गले या पेट में दर्द, आंखें खोलने में परेशानी, बेहोशी, पेशाब कम आना या सांस का रुकना इत्यादि होना सर्पदंश के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से सांप जहरीले नहीं होते, लेकिन कई बार सांप के काटने पर घबराहट से दिल की धडक़न बढ़ जाने से गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

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