स्क्रब टायफस से एक की मौत

By: Aug 20th, 2017 12:02 am

शिमला में चलौंटी के युवक ने आईजीएमसी में तोड़ा दम

शिमला— प्रदेश में स्वाइन फ्लू और स्क्रब ने फिर से कहर बरपाना शुरू कर दिया है। स्क्रब टासफस से इस साल की पहली मौत शनिवार को हुई। शनिवार को आईजीएमसी में शिमला के चलौंठी निवासी एक 17 वर्षीय लड़के की मौत हो गई है। इसके बाद आईजीएमसी समेत पूरे शहर में हड़कंप मच गया है क्योंकि अभी तक स्क्रब से इस साल मौत नहीं हुई थी।  स्क्रब से मौत की पुष्टि आईजीएमसी के एमएस डा. रमेश ने की है। उन्होंने बताया कि स्क्रब के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हो रही है और पिछले चार दिनों में ही आईजीएमसी में 40 मामले स्क्रब के पॉजिटिव आ चुके हैं। स्क्रब भी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इस साल स्क्रब के दो हजार तीन सौ छयालीस टेस्ट हो चुके हैं । इसमें से 230 मामले पॉजिटिव आ चुके हैं। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्क्रब टायफस और स्वाइन  फ्लू के मामाले रोजाना ही आईजीएमसी और टांडा में सामने आ रहे हैं। इस साल में 440 टेस्ट स्वाइन फ्लू के किए जा चुके हैं। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक इसमें से 52 मामले पॉजिटिव आ चुके हैं और 10 लोगों की मौत हो चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो उसके साथ निकले वायरस सतह पर आ जाते हैं। ये वायरस 24 घंटे तक खुली हवा में जीवित रहते हैं, इसीलिए इनसे बहुत तेजी से संक्रमण फैलता है।  स्क्रब टाइफस होने पर मरीज को तेज बुखार, जिसमें 104 से 105 तक जा सकता है। जोड़ो में दर्द और कंपकपी के साथ बुखार, शरीर में ऐठन अकड़न या शरीर का टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन बाजू कूल्हों के नीचे गिल्टियां का होना।

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