चावल और आटा सीज

By: Sep 25th, 2017 12:06 am

गगरेट —  विकास खंड गगरेट की ग्राम पंचायत जाड़ला कोयड़ी की कृषि सहकारी सभा द्वारा संचालित उचित मूल्य की राशन दुकान से खाद्य सामग्री की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए रविवार सुबह कुछ गांववासियों ने इसकी शिकायत खाद्य आपूर्ति विभाग से की है। गांववासियों का आरोप है कि राशनकार्ड धारकों के लिए आई खाद्य सामग्री को अवैध तरीके से बेचा जा रहा था। इस शिकायत के आधार पर मौके पर पहुंचे खाद्य आपूर्ति निरीक्षक ने सभा प्रागंण में पड़े सात बोरी चावल व दस बोरी गेहूं के आटे को सीज कर मामले की जांच के लिए जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक को सिफारिश की है। रविवार सुबह कुछ गांववासियों ने कृषि सहकारी सभा द्वारा संचालित उचित मूल्य की राशन दुकान से बाहर चावल व गेहूं के आटे की बोरियां देखीं। इस पर गांववासियों ने हो-हल्ला कर दिया। गांववासियों ने आरोप लगाया कि राशनकार्ड धारकों के लिए आने वाली खाद्य सामग्री की सरेआम कालाबाजारी की जा रही है। इसी के चलते इसकी शिकायत खाद्य आपूर्ति निरीक्षक से कर दी गई। सुबह करीब नौ बजे मौके पर पहुंचे खाद्य आपूर्ति निरीक्षक ने पाया कि सात बोरी चावल व दस बोरी गेहूं का आटा सभा प्रांगण में पड़ा हुआ है। हालांकि इस खाद्य सामग्री को उचित मूल्य की राशन दुकान के गोदाम से बाहर क्यों निकाला गया, इसका सेल्जमैन संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया। इसके चलते खाद्य आपूर्ति निरीक्षक ने उक्त खाद्य सामग्री को सीज कर विभाग के उच्चाधिकारियों से आगामी कार्रवाई की सिफारिश की है। यह पहली मर्तबा नहीं है कि जब खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित उचित मूल्य की राशन दुकानों पर राशनकार्ड धारकों के लिए आने वाली सस्ती खाद्य सामग्री की कालाबाजारी के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी जिले में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके संबंधित विभाग इस पर पूर्णतया रोक पाने में सफल नहीं हो पाया है। अब इतनी अधिक मात्रा में खाद्य सामग्री गोदाम से बाहर निकालने की क्या जरूरत पड़ी? क्या इसकी हकीकत में इसे कालाबाजारी कर खुले बाजार में बेचने की तैयारी चल रही थी? ऐसे कई प्रश्न हैं, जो जांच का विषय हैं।


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