पुलिस अफसरों से दिल्ली में पूछताछ

By: Sep 12th, 2017 12:03 am

सीबीआई ने तलब किए तीन अधिकारी; एक से दो दिन तक सवाल-जवाब, दो अभी वहीं

newsशिमला  – शिमला के कोटखाई छात्रा गैंगरेप व हत्या के मामले में सीबीआई ने पुलिस के तीन अधिकारियों से पूछताछ की है। सूत्रों के अनुसार एक अफसर से दो दिन तक पूछताछ की गई है, जबकि दो अभी भी दिल्ली में हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने पुलिस के दो अफसरों और कर्मचारी से दिल्ली में कड़ी पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि इन तीनों से लगातार दो दिन तक पूछताछ की गई है। दो से अभी भी पूछताछ जारी है। इन तीनों को सीबीआई ने कुछ दिन पहले दिल्ली तलब किया था। इनमें से एक अफसर पूछताछ के बाद शिमला वापस आ गया है, जबकि दो अन्य अभी दिल्ली में हैं। दोनों से मंगलवार को भी पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने पुलिस अफसरों से कोटखाई छात्रा गैंगरेप मामले को लेकर यह पूछताछ की है। इस मामले में शुरुआत में स्थानीय पुलिस ने जांच की थी और जबकि बाद में इसके लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया था। जिन अधिकारियों को दिल्ली बुलाया गया है उनमें दो इस मामले की जांच से सीधे जुड़े हुए थे। प्रकरण की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया गया था। विशेष जांच दल ने इस मामले में एक स्थानीय युवक के अलावा पांच अन्य मजदूरों को गिरफ्तार किया था, लेकिन गिरफ्तारी के एक दिन पहले ही कुछ संदिग्धों के फोटो वायरल हो गए थे। सीएम के फेसबुक अकाउंट पर भी इन संदिग्धों के फोटो अपलोड किए गए। हालांकि बाद में इनको हटा दिया गया। सीबीआई ने वायरल होने वाले फोटो के स्रोत के बारे में भी पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की है। इस केस से जुड़े कई मामलों से भी सवाल-जवाब किया गया है। यह साफ है कि सीबीआई इस मामले में पुलिस की भूमिका को संदेह की नजर से देख रही है। यही वजह है कि इस प्रकरण में पुलिस अफसरों से पूछताछ की जा रही है।

छह जुलाई से अब तक

छह जुलाई को कोटखाई के हलाइला के तांदी जंगल में दसवीं की छात्रा की शव बरामद किया था। छात्रा के साथ दरिंदगी कर उसको मौत के घाट उतारा गया था। इस मामले में पुलिस ने एक युवक सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन लोगों का आरोप था कि इस प्रकरण में शामिल असली गुनहगारों को बचाया जा रहा है। आरोप है कि इस वारदात में रसूखदार लोगों का हाथ है और उनकी बजाय मजदूरों पर कार्रवाई की गई। पकड़े गए एक नेपाली मजदूर सूरज की कोटखाई थाने में ही हत्या कर दी गई। हालांकि इस मामले में सूरज के साथ राजू पर हत्या का आरोप लगा था, लेकिन लोगों को पुलिस की भूमिका को लेकर संदेह था। ऐसे में 19 जुलाई को कोटखाई में यह हिंसा हुई थी। सावर्जनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में सीआईडी को जांच सौंपी गई है, जो कि इस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उनके बयान कलमबद कर रही है। अब जल्द ही जांच एजेंसी इसमें शामिल लोगों को भी नामजद करेगी।

सुनवाई तीन अक्तूबर को

शिमला — प्रदेश हाई कोर्ट में गुडिया रेप एंड मर्डर मामले में नामित आरोपी आशीष चौहान की जमानत याचिका की सुनवाई तीन अक्तूबर के लिए निर्धारित की गई है। न्यायाधीश संदीप शर्मा की अदालत को सीबीआई की ओर से बताया गया कि जांच अधिकारी के शिमला में उपलब्ध न होने के कारण अदालत के समक्ष इस मामले से जुड़ा रिकार्ड पेश नहीं हो सका। अदालत ने सीबीआई को आदेश दिए कि वह आगामी सुनवाई के दौरान रिकार्ड के साथ अदालत के समक्ष पेश हों।

थाना जलाने में था सौ से ज्यादा का हाथ

जांच में सामने आया सच, अब आरोपियों को जल्द नामजद करेगी जांच एजेंसी

शिमला  – छात्रा गैंगरेप व हत्या के बाद पुलिस हिरासत में आरोपी सूरज की हत्या के बाद भड़की हिंसा के दौरान हिंसा फैलाने व थाने को आग के हवाले करने में सौ से अधिक लोगों को भूमिका रही है। सीआईडी की अब तक जांच में यह सामने आया है। जांच एंजेंसी ने इस घटना में शामिल कई लोगों की पहचान कर ली है और जल्द ही इन लोगों को नामजद भी किया जाएगा। कोटखाई में छात्रा की गैंगरेप व मर्डर के मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की थाने में 18 जुलाई की रात को हत्या कर दी गई थी। इसके बाद दूसरे दिन कोटखाई में हिंसक प्रदर्शन हुआ था और लोगों ने थाना आग के हवाले कर दिया था। इसकी जांच सरकार ने सीआईडी को सौंप रखी है। सीआईडी के हाथ कुछ वीडियो लगे हैं, साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और फोटो भी जांचे गए हैं। जानकारों की मानें तो सीआईडी इन सभी लोगों को नामजद करने की तैयारी में है। कोटखाई में 19 जुलाई को इस कद्र हिंसा फैली थी कि पुलिस को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी थी। हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर भी पत्थर फेंके गए, जिसमें करीब छह पुलिस जवान चोटिल हुए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने थाने में घुसकर वहां रखे दस्तावेज भी आग के हवाले कर दिए थे। थाने में रखे फर्नीचर व कम्प्यूटर में आग लगा दी थी। थाने में दर्ज केसों की फाइलें भी शामिल थीं, जो कि आग के हवाले कर दी गईं। थाने के मालखाने से जब्त की गई शराब की पेटियों व बोतलें भी शरारतियों ने तोड़ीं। इस मालखाने में कई केसों से संबंधित अन्य सामान भी गायब कर दिया गया। मालखाने में पुलिस द्वारा केसों के संबंध में जब्त किया गया सामान रखा जाता है, केस चलने पर इनकी अदालत में भी रिपोर्ट पेश करनी होती  है, लेकिन बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने मालखाने को भी निशाना बनाया। अभी तक जांच में सामने आया है कि थाने में जाकर लोगों ने केसों का रिकार्ड नष्ट कर दिया। इनमें कुछ लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले भी शामिल थे। इस तरह कुछ लोगों ने इस नाजुक स्थिति का फायदा उठाया और थाने में घुसकर रिकार्ड जानबूझकर नष्ट किया। इस मामले की जांच सरकार ने राज्य की जांच एजेंसी सीआईडी को सौंप रखी है जो कि इस पूरे प्रकरण की तहकीकात कर रही है। सीआईडी की टीम कोटखाई में जाकर कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है और अभी भी टीम यहां मौजूद है।


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