सिरमौर में कालेज तो खुले, पर छात्र नहीं

By: Sep 25th, 2017 12:05 am

ददाहू में कालेज अब तक नहीं हुआ कोई दाखिला

नाहन —  प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश भर में चुनावी बेला के चलते महाविद्यालय तो खोले जा रहे हैं लेकिन इन महाविद्यालयों में छात्र नहीं हैं। आलम यह है कि सरकार द्वारा जिन कालेजों की घोषणाओं के बाद अधिसूचना जारी कर कालेज शुरू करवा दिए हैं। यही नहीं सरकार ने जिला के दोनों कालेजों के लिए स्टाफ की तैनाती भी कर दी है, लेकिन उन कालेजों में छात्रों का भारी अभाव है। खासकर यदि जिला सिरमौर के ददाहू और रोनहाट में सरकार द्वारा खोले गए महाविद्यालयों में रोनहाट में तो करीब दो दर्जन छात्र शिलाई से माइग्रेट हो गए हैं, लेकिन ददाहू में अभी तक एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया है। बताते हैं कि सरकार द्वारा कालेज का शुभारंभ भी कर दिया गया है, लेकिन छात्र कहां से लाएं। कोई भी छात्र ददाहू में दाखिला लेने को तैयार नहीं हैं। जानकार बताते हैं कि सरकार ने चुनावी वर्ष में वोट बटोरने के लिए संस्थान खोलने पर जोर दे रखा है लेकिन बीच सत्र में कोई भी छात्र अन्य महाविद्यालयों से माइग्रेट नहीं हो रहा है। नतीजतन सरकार के यह कालेज केवल कागजों में ही चलेंगे।

शक्तिपीठों में नवरात्र पर्व की धूम

इन दिनों जिला के मंदिरों एवं शक्तिपीठों में शारदीय नवरात्र की धूम है। खासकर उत्तरी भारत की प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां बालासुंदरी मंदिर में तो प्रतिदिन श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। त्रिलोकपुर मंदिर में औसतन 35 से 40 हजार श्रद्धालु रोज मां बालासुंदरी के दर पर शीश नवा रहे हैं। इसके अलावा हरिपुरधार स्थित मां भंगायणी मंदिर, जिला मुख्यालय नाहन स्थित मां कालीस्थान मंदिर, पांवटा साहिब स्थित देईजी साहिब मंदिर, शिलाई के नाया स्थित मां काली मंदिर तथा जिला के अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है।

जिला में 10 पोलिंग बूथ महिला स्पेशल

निर्वाचन आयोग द्वारा महिलाओं को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से जिला में 10 पोलिंग बूथ महिला स्पेशल बनाए गए हैं। इन बूथों पर पूरा स्टॉफ महिलाएं ही होगी, ताकि जिला में महिलाओं के घटते मतदान को बढ़ावा मिल सके। निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो-दो मतदान केंद्र महिला स्पेशल बनाए हैं।

त्योहारी मौसम में लोगों की सेहत रामभरोसे

त्योहार का मौसम शुरू हो गया है लेकिन मिष्ठान भंडारों एवं खाद्य पदार्थों की दुकान पर तैयार की जाने वाली सामग्री की जांच पड़ताल करने वाला कोई नहीं है। यानि जिला सिरमौर में लोगों की सेहत रामभरोसे है। खासकर इन दिनों मिष्ठान विक्रेताओं व बेकरी वालों ने भारी मात्रा में खाद्य पदार्थ एवं मिठाइयां तैयार की जा रही हैं। बताते हैं कि जिला सिरमौर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा न तो खाद्य पदार्थों के नियमित सैंपल लिए जा रहे हैं और न ही दूध, दही एवं अन्य सामग्री की जांच की जा रही है। यही नहीं सरकार द्वारा मिठाइयों में सिल्वर वर्क पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है बावजूद इसके भी व्यापारी धड़ल्ले से मिठाइयों पर सिल्वर वर्क चढ़ा रहे हैं।

चुनावी बेला पर चर्चा का विषय बना सीएम का सिरमौर प्रेम

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का एक महीने में जिला सिरमौर का तीसरा दौरा आम आदमी में चर्चा का विषय बना हुआ है। बताते हैं कि चार वर्षों में तो सीएम ने सिरमौर में एक-दो ही प्रवास किया है, लेकिन चुनावी समर में सीएम का सिरमौर प्रेम लोगों के गले नहीं उतर रहा है। यही नहीं जितनी घोषणाएं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस महीने के शुरू में किए गए प्रवास पर की है उतनी घोषणाएं जिला सिरमौर में 15 वर्षों में नहीं हुई हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App