हिंदी का रंग होली के रंगों से भी गहरा

By: Sep 25th, 2017 12:02 am

ऊना, हमीरपुर —  सूचना व जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक गुरमीत बेदी ने कहा है कि हिंदी भाषा का रंग होली के रंगों से अधिक गहरा है और हिंदी की डोर पूरे राष्ट्र को जोड़े हुए है। उन्होंने कहा हिंदी हमारे राष्ट्रीय गौरव की भाषा ही नहीं, हमारी अस्मिता, हमारा स्वाभिमान, हमारी अभिव्यक्ति और हमारी धमनियों में दौड़ता हुआ रक्त है। गुरमीत बेदी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर के ऑडिटोरियम में रविवार रात्रि अभ्युदय-2017 उत्सव के समापन  समारोह में बतौर मुख्यातिथि अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे।  उन्होंने संस्थान की वार्षिक हिंदी पत्रिका त्रिशूल का विमोचन भी किया। संस्थान के प्रभारी निदेशक डा. आरके दत्ता व कुलसचिव सुशील चौहान  ने हिमाचली शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट करके गुरमीत बेदी को सम्मानित किया। गुरमीत बेदी ने कहा हिंदी का संसार निरंतर फैल रहा है और हिंदी अब हिंदोस्तान की सरहदें लांघ कर एक ग्लोबल भाषा बनने की ओर अग्रसर है, हिंदी की पहुंच हर महाद्वीप में है। दुनिया के कई देशों के विश्वविद्यालयों में अब हिंदी पढ़ाई जा रही है और विदेशियों में भी हिंदी सीखने का क्रेज बढ़ रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने भीतर मौजूद सृजनात्मकता को पहचाने और इसे सृजन में बदलें। गुरमीत बेदी ने अभ्युदय-2017 के आयोजन को हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार व उत्थान हेतु एक महत्त्वपूर्ण प्रयास बताया और विद्यार्थियों को इस प्रयास के लिए बधाई दी। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर की हिंदी समिति द्वारा आयोजित निबंध लेखन काव्यपाठ नृत्य, संगीत शे’र-ओ-शायरी व चरित्र निर्माण प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर के प्रभारी निदेशक डा. आरके दत्ता, रजिस्ट्रार सुशील चौहान, डीन राजीवन चंदेल, भाषा अधिकारी नितिन पालीवाल, प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर राजन आंगरा, अखिलेश व आशुतोष आदि उपस्थित थे।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App