कुछ नेताओं की वजह से खराब हो रही छवि

By: Oct 20th, 2017 12:04 am

दुश्वार होती राजनीति पर बोले जीआर मुसाफिर

नाहन— आज के बदलते परिवेश में राजनीति चुनौतीपूर्ण दायित्त्व बन गया है। एक जमाना था, जब राजनीतिक डगर सबसे आसान होती थी, लेकिन आज यह चुनौतीपूर्ण काम है। आज का वोटर जागरूक एवं शिक्षित है, इसलिए अब राजनेताओं को भी समय के साथ-साथ स्वयं को बदलना पड़ रहा है। आज का वोटर जहां शिक्षित व जागरूक है, वहीं राजनेताओं से भी लोगों की अपेक्षाएं बहुत बढ़ गई हैं, लेकिन राजनीति उन लोगों के लिए मुश्किल होती है, जो चुनाव के दौरान बरसाती मेंढक की तरह निकल आते हैं। आज हर आदमी चाहता है कि राजनेता सार्वजनिक काम की अपेक्षा उसके निजी कार्यों को ज्यादा तवज्जो दे, लेकिन प्रत्येक मतदाता व कार्यकर्ता को संतुष्ट कर पाना बहुत मुश्किल है। कुछ राजनेताओं ने राजनीति का स्तर इतना गिरा दिया है कि स्वच्छ छवि वाले को भी शर्मिंदा होना पड़ता है। वैसे राजनेताओं का न तो कोई धर्म है और न ही कोई सिद्धांत। उनका एकमात्र लक्ष्य है लोगों को झूठ बोलकर गुमराह किया जाए। मतदाता आज पढ़ा-लिखा, समझदार व जागरूक हो गया है। वह अब पार्टी की बजाय काम करने वाले को तवज्जो दे रहा है। यह कहना है सात बार पच्छाद से विधायक रहे व पूर्व मंत्री गंगूराम मुसाफिर का। मुसाफिर ने बताया कि जब वह सरकारी नौकरी में लगे तो उस दौरान से ही उन्हें समाज सेवा का जज्बा रहा। उन्होंने वर्ष 1982 में पहली बार विधानसभा का चुनाव पच्छाद से लड़ा था। उसके बाद वह लगातार 2012 तक विधायक रहे। मुसाफिर का कहना है कि उन्होंने कभी भी क्षेत्रवाद व जातिवाद की राजनीति नहीं की। नतीजा आज पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र विकास के मामले में अन्य क्षेत्रों से काफी आगे है। उन्होंने कहा कि आज हर व्यक्ति चाहता है कि नेता उसके हर सुख-दुख में साथ रहे, हर कार्य करे, लेकिन यह संभव नहीं हो पाता, लेकिन फिर भी प्रयास यही रहता है कि अपने क्षेत्र के सभी के सुख-दुख में जरूर पहुंच सकूं। रही बात काम की तो मैंने हमेशा ही कार्य को तवज्जो दी है। आज राजनीति में करीब 35 वर्ष हुए हैं तो इस कार्यकाल में कोई भी गलत कार्य नहीं किया है। हमेशा ही क्षेत्र के विकास को तरजीह दी है। यदि विकास को तवज्जो नहीं देते तो लोग लगातार सात मर्तबा विधायक न बनाते।

वोट बैंक की कठिनाइयां

मुसाफिर कहते हैं कि यदि लोगों के साथ हमेशा जुड़े रहे तो वोट बैंक को लेकर कोई भी परेशानी नहीं आती है। हमेशा ही क्षेत्र में लोगों के बीच रहते हैं, लेकिन आज कुछ राजनेताओं ने लोगों को प्रलोभन देकर गलत परंपरा आरंभ की है। सात बार पच्छाद का नेतृत्व किया है, जिसके चलते मुझे वोटरों को रिझाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि क्षेत्र का हर नागरिक भलीभांति मेरी कार्यप्रणाली से परिचित है।

सोच समझकर मतदान करें

मुसाफिर का कहना है कि वोटरों को सोच समझकर मतदान करना चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि आज कौन राजनेता विकास करवा सकता है और कौन खाली वादे ही करता है, क्योंकि प्रदेश व देश का भविष्य मतदाताओं के हाथ में होता है, इसलिए लोगों को सोच समझकर सही व्यक्ति को वोट देना चाहिए।


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