ताज पूजा की निशानी नहीं ज्यादातर मुगल थे अय्याश

By: Oct 18th, 2017 12:05 am

नई दिल्ली— ताज महल पर भाजपा नेता संगीत सोम द्वारा दिए बयान से मचे बवाल में अब उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन भी कूद पड़े हैं। चेयरमैन सईद वसीम रिजवी ने मंगलवार को कहा कि यह ऐतिहासिक स्थल पूजा का सिंबल नहीं हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्यादातर मुगल अय्याश थे। रिजवी ने कहा कि ताजमहल प्यार की निशानी हो सकती है, लेकिन पूजा की नहीं। एक-दो मुगलों को छोड़ दें तो ज्यादातर मुगल अय्याश थे। मुसलमान उन्हें अपना आइडल नहीं मानते हैं। उधर, सोम के बयान के एक दिन बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को स्थिति संभालते हुए कहा कि यह कोई मायने नहीं रखता कि इसे (ताजमहल) किसने बनाया। यह भारतीयों के खून और पसीने से बना है। वह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खुद आगरा जा रहे हैं। यूपी के राज्यपाल रामनाईक ने भी कहा कि ताजमहल को किसी विवाद में घसीटना ठीक नहीं है। यह दुनिया के सात अजूबे में शामिल है।


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