महिलाएं वोटिंग में आगे, टिकट में पीछे

By: Oct 19th, 2017 12:10 am

प्रदेश में हुए लगातार तीन विधानसभा चुनावों में महिलाएं मतदान में अव्वल

मंडी— हिमाचल और केंद्र में जहां महिला प्रतिनिधित्व के लिए आरक्षण की बात चल रही, तो इसके उलट आंकड़ें बहुत ही हैरान करने वाली गवाही दे रहे हैं। आंकड़ों के हिसाब से मानें तो महिलाएं खुद ही अभी भी चूल्हे-चौंके की सोच से बाहर नहीं निकली हैं। साथ ही ये बातें भी गौर करने वाली हैं कि अमूमन पुरुष राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं, लेकिन वोटिंग के लिए पोलिंग बूथ तक महिलाएं सबसे ज्यादा पहुंचती हैं। हिमाचल में पिछले तीन विधानसभा चुनावों क्रमशः 2003, 2007, 2012 में महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा संख्या में पोलिंग बूथ तक पहुंचीं, जबकि इसके उलट महिला प्रत्याशियों को ही तीनों विधानसभा में सबसे कम जगह मिली। 2003 में चार महिला प्रत्याशियों को ही जीत नसीब हुई, जबकि 31 ने चुनाव लड़ा, जिसमें से 16 की जमानत जब्त हो गई। 2007 में पांच महिला प्रत्याशियों को ही जीत नसीब हुई, जबकि 25 ने चुनाव लड़ा। इनमें 14 की जमानत जब्त हो गई थी। 2012 में मात्र तीन महिला प्रत्याशी ही विधानसभा पहुंच पाईं, जबकि 34 महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। इनमें से 22 की तो जमानत ही जब्त हो गई। गौर करने वाली बात यहां यह भी है कि प्रमुख राजनीतिक दल भी ज्यादा महिला प्रत्याशियों को जगह नहीं दे रहे हैं। यह भी बता दें कि पंचायत चुनावों में भी सीट रिजर्व होने पर पुरुष प्रत्याशियों ने अपनी पत्नियों को ही मैदान में उतारा था। इसके बाद सभी कामों और बैठकों में भी महिला पंचायत प्रधानों और बीडीसी के साथ ही उनके पति ही दस्तक देते नजर आते हैं। यह मुद्दा हाल ही में काफी गरमाया था।

विधानसभा चुनाव 2012

पुरुष       महिला     पुरुष       महिला

69.39    76.20     1646899 1702953

विधानसभा 2007 चुनाव

पुरुष       महिला     पुरुष       महिला

68.36     74. 01    1597473 1678296

विधानसभा 2003 चुनाव

पुरुष       महिला     पुरुष       महिला

73.14     75.92     1522140 1533570

 


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