सर इलेक्शन करवाएं मैडम स्कूलों में पढ़ाएं

By: Oct 25th, 2017 12:15 am

शिमला  – प्रदेश के कालेजों के शिक्षकों के चुनाव ड्यूटी पर जाने के बाद जो परेशानी कालेजों को आ रही है, वही हालात प्रदेश के स्कूलों में भी बने हुए हैं। प्रदेश भर में सभी स्कूलों से इस बार 40 हजार के करीब शिक्षकों को इलेक्शन ड्यूटी पर लगाया गया है। इतनी बड़ी तादाद में शिक्षकों के चुनाव ड्यूटी पर होने के चलते स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह से ठप पड़ गई है। हालात ये हैं कि प्रदेश के कुछ स्कूलों में तो छात्रों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं रह गया है। विधानसभा चुनावों के दौरान मात्र उन्हीं स्कूलों में पढ़ाई हो रही है, जिन स्कूलों में महिला शिक्षकों की तैनाती है। स्कूल शिक्षकों का आरोप है कि आयोग की ओर से प्रदेश के स्कूलों से महिला स्टाफ को छोड़ कर केवल पुरुष शिक्षकों की ही चुनाव ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे में हालात यह हो गए हैं कि प्रदेश के दो हजार के करीब स्कूल बंद होने की कगार पर हैं। पूरे हिमाचल में चुनाव ड्यूटी से 40 फीसदी के करीब ऐसे स्कूल प्रभावित हो रहे हैं, जिनमें केवल पुरुष स्टाफ ही अपनी सेवाएं दे रहा है। इन स्कूलों में न तो चुनावों के समय छात्रों की कक्षाएं लग पाएंगी और न ही छात्र परीक्षाओं की तैयारियां कर पाएंगे।  शीतकालीन सत्र वाले स्कूलों में दिसंबर माह में वार्षिक परीक्षाएं शुरू हैं। परीक्षाओं के पहले अक्तूबर और नवंबर माह का समय होता है, जब स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई का जोर होता है। सिलेबस पूरा करने के  साथ-साथ छात्रों को परीक्षाओं के लिए तैयार करने के इस अहम समय में स्कूलों में पढ़ाई बंद होने की कगार पर आ गई है। हालांकि विभाग ने शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी का असर छात्रों की पढ़ाई पर न पडे़, इसके लिए स्कूल में अन्य शिक्षकों को पढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन अब हालात ये हैं कि स्कूलों में चुनाव ड्यूटी पर सारे स्टाफ को ही लगा दिया गया है और एक भी शिक्षक कक्षाएं लगाने के लिए उपलब्ध नहीं है। शिक्षक 11 नवंबर तक चुनाव ड्यूटी पर रहेंगे। इस समय के भीतर स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी। प्रदेश में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च स्कूलों के साथ ही वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों से 40 हजार के करीब शिक्षक सहित अन्य गैर शिक्षक कर्मी भी चुनाव ड्यूटी पर लगाए गए हैं। इतनी अधिक संख्या में शिक्षकों की चुनावी  ड्यूटी लगाने का विरोध राजकीय अध्यापक संघ ने भी किया है।

कैसे बेहतर होगा परीक्षा परिणाम

चुनाव आयोग द्वारा प्रदेश के स्कूलों से 40 हजार के करीब शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी पर लगाने के विरोध में प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान का कहना है परीक्षाओं के समय में स्कूलों से सभी शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी पर लगा दिया गया है। ऐसे में बेहतर परीक्षा परिणाम कैसे आएगा। दूसरी तरफ परिणाम अगर बेहतर नहीं होगा तो उसकी गाज भी शिक्षकों पर ही गिरेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अन्य विभागों से भी कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर लगाए गए हैं। उसके बावजूद स्कूलों से शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी लगा दी गई है। उन्होनें कहा कि संघ इसके विरोध में चुनाव आयोग को मेमोरेंडम देकर इसका विरोध जताएगा। संघ मांग करेगा कि 50 फीसदी शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी रद्द की जाए।


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