सीबीआई क्या आज करेगी असली गुनहगारों का खुलासा!

By: Oct 25th, 2017 12:15 am

कोटखाई छात्रा गैंगरेप-मर्डर मिस्ट्री

शिमला — पूरे प्रदेश में आमजन के लिए बेहद दर्दनाक कोटखाई गैंग रेप व मर्डर मिस्ट्री को देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सुलझाने में सफल हुई है या नहीं, इसका बुधवार को खुलासा होगा। सीबीआई प्रदेश उच्च न्यायालय में बुधवार को फाइनल रिपोर्ट पेश कर सकती है। इससे पूर्व लेटलतीफी के लिए हाई कोर्ट तीन बार सीबीआई को फटकार लगा चुका है। लोग जानना चाहते हैं कि कोटखाई थाने में तैनात संतरी दिनेश की निशानदेही पर सीबीआई असल गुनहगारों तक पहुंची है या नहीं। नेपालियों व गढ़वाली लेबर के नार्को टेस्ट के नतीजे क्या रहे, यह पूरा प्रदेश जानने को उत्सुक है, जिस बेगुनाह नाबालिग छात्रा की बलात्कार के बाद नृशंस हत्या कर दी गई, उसके असल गुनाहगार मोबाइल कॉल डिटेल से पकड़ में आए हैं, स्थानीय लोगों ने क्या एजेंसी को कोई सुराग दिए। इन सब सवालों से बुधवार को पर्दा उठ सकता है।  उल्लेखनीय है इस मामले में कुल 20 संदिग्ध निशाने पर बताए गए थे। बावजूद इसके असल गुनहगार पकड़ में नहीं आ पाए थे। हालांकि सूत्रों का दावा है कि सीबीआई को सभी गुनहगारों के एविडेंस तो मिल चुके थे, मगर असल गुनहगारों तक अभी भी पहुंच नहीं बन सकी है। यहां तक कि छात्रा के साथ जिस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया था, उस स्पॉट को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बताई जा रही है। यानि गैंग रेप व मर्डर  दांदी जंगल में ही हुआ या फिर कहीं और।  यही वजह है कि सीबीआई बार-बार एविडेंस को पुख्ता करने के लिए संबंधित क्षेत्र के दौरे पर जाती रही। इसी सिलसिले में कुछ और अपराध विशेषज्ञों को भी सीबीआई ने दिल्ली से बुलाया गया था।

नशे में थे दरिंदे

सूत्रों का दावा है कि छात्रा गैंग रेप मामले में शामिल अपराधियों ने ड्रग्स के साथ-साथ शराब का भी सेवन किया था। वेट टेस्ट में और भी कई बड़े खुलासे हुए थे।

हट्टे-कट्टे थे बलात्कारी

छात्रा के साथ गैंग रेप से पहले उसके पूरे कपड़े खुलवा दिए गए थे। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि मुंह दबाकर सांस घुटने से उसकी मौत हुई। मिले सुरागों की फोरेंसिक जांच में यह भी पता चला कि बलात्कारी हट्टे-कट्टे थे।

कई सवाल अभी भी खड़े

छात्रा के साथ गैंग रेप 4 जुलाई को हुआ।  यह साबित हो चुका है। मगर 6 जुलाई को उसका जो शव दांदी जंगल में मिला, उसे लेकर सवाल अभी भी खड़े हैं। मेडिकल साइंस के मुताबिक जो मैगट्स  छात्रा के मुंह में पनपे हैं, उनकी लाइफ साइकिल 18 घंटे की होती है। यानी पैदा होने के 18 घंटे तक वे मैच्योरिटी पर आकर खत्म हो जाते हैं। अपराध विशेषज्ञों के मुताबिक चार जुलाई की शाम पांच बजे से आगामी रोज पांच जुलाई के पूरे दिन के घंटे भी यदि माप लिए जाएं तो ये अवधि कहीं ज्यादा बनती है। सीबीआई को यही सवाल बार-बार कचोट रहे थे कि गैंग रेप के बाद जब छात्रा जीवित या अधमरी थी, तो उसे कहां रखा गया होगा। आखिर किसी राहगीर या फिर चील-कौवोें ने उसे दो रोज तक क्यों नहीं देखा।

जैदी ने दायर की जमानत याचिका

शिमला— कोटखाई गैंग रेप मर्डर मिस्ट्री मामले में सूरज हत्याकांड को लेकर न्यायिक हिरासत में चल रहे आईजी जैदी ने सीबीआई कोर्ट में जमानत के याचिका दायर कर दी है। 25 अक्तूबर को सीबीआई द्वारा हाई कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश करनी हैं, ऐसे में यदि मामले में सीबीआई के पास ठोस सबूत नहीं होते हैं, तो आईजी जैदी को जमानत मिल सकती है। इसके अतिरिक्त अभी हिरासत में  चल रहे सात पुलिस कर्मियों ने जमानत याचिका नहीं लगाई है, मगर यदि आईजी जैदी को मामले में जमानत मिलती है, तो अन्य पुलिस कर्मचारी भी जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं।  अब इस मामले से जुड़ी सुनवाई 27 अक्तूबर को होगी।


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