हिमालयन पब्लिक स्कूल, चुवाड़ी

By: Oct 11th, 2017 12:08 am

वंदना शर्मा प्रिंसीपल

वंदना शर्मा प्रिंसीपलnewsचंबा जिले के चुवाड़ी गांव में स्थित हिमालयन पब्लिक स्कूल पिछले 30 सालों से शिक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहा है। हिमालयन स्कूल अपने सभी छात्र-छात्राओं के भविष्य को बनाने में अब तक सक्षम रहा है। हर बार हिमालयन स्कूल का शिक्षा क्षेत्र में एक ही नारा रहा है ‘हम भविष्य बताते नहीं, बनाते हैं’। हिमालयन पब्लिक स्कूल ने इसी नारे को अमलीजामा पहनाया है और हर साल शत-प्रतिशत परिणाम विद्यार्थियों के माता-पिता के सामने रखा है। हिमालयन पब्लिक स्कूल में अध्ययन के लिए दूरदराज से बच्चे आते हैं। इन बच्चों को स्कूल तक लाने और छोड़ने के लिए स्कूल ने बसें लगाई हैं। स्कूल ने बाहर से आए हुए विद्यार्थियों के लिए गर्ल्स व ब्वॉयज होस्टल की सुविधा भी दी है, जिसमें बच्चों  की देखरेख के लिए दो वार्डन भी रखी हुई हैं। हिमालयन पब्लिक स्कूल को छोटे से पौधे रूपी जड़ को 4 अप्रैल, 1989 को संस्थापक दिनेश शर्मा जी ने अपनी धर्म पत्नी बंदना शर्मा जी संग लगाया था। आज वह जड़ रूपी पौधे ने एक छायादार वट वृक्ष का रूप ले लिया है, जो कि विद्यार्थी जीवन को शिक्षा रूपी छाया दे रहा है। आपको बताते हैं कि यह वो समय था, जब चुवाड़ी में पढ़ने वालों व पढ़ाने वालों दोनों की कमी के होते हुए भी शिक्षा के क्षेत्र व भटियात के छात्रों को नई दिशा देने के लिए एक संघर्ष था। इस स्कूल ने मात्र 3 विद्यार्थियों से शुरुआत की थी और आज 700 के करीब विद्यार्थी इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।  शुरुआत में इस स्कूल ने 8वीं बोर्ड की मान्यता साल 1995-96  में ली। पहले हिमालयन स्कूल शुरुआत में किराए के घर उसके बाद 10वीं की मान्यता साल 1998 में और 12वीं कक्षा बोर्ड की मान्यता 2000 में प्राप्त की। हिमालयन पब्लिक स्कूल की इमारत तीन मंजिला भूकंप रोधी बनाई गई है, जिसमें विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए 50 हवादार खुले कमरे बनाए गए हैं तथा बच्चों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित पुलनुमा सीढियां भी बनाई गई हैं। स्कूल में कम्प्यूटर लैब है। तीन स्वच्छ शौचालय हैं। स्कूल की प्रबंध समिति विद्यार्थियों की सुख- सुविधाओं का पूरा ध्यान रखती है।  स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए 46  शिक्षक व गैर शिक्षक कार्यरत हैं। स्कूल के सभी अध्यापक शिक्षा क्षेत्र में 10 से 15 साल के अनुभवी हैं। इस स्कूल की प्रबंधन समिति द्वारा गरीबी रेखा के नीचे के परिवार से 25 बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।  स्कूल में समय-समय पर त्योहारों के आगमन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसमें छात्र-छात्राएं बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं व अपनी प्रतिभा को तराशते  हैं। स्कूल परिणाम के मामले में हिमालयन स्कूल ने अपनी एक अलग पहचान बनाई हुई है। यहां हर साल 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं का परिणाम शत- प्रतिशत रहता है। 2012 में स्कूली छात्रा शिल्पा जरियाल ने पूरे हिमाचल में 10वां रैंक व कंचन शर्मा ने 11वां रैंक प्राप्त कर हिमालयन स्कूल का नाम रोशन किया। इसके साथ ही इस स्कूल के प्रतिभाशाली छात्रों ने भारत सरकार द्वारा चलाई गई इंस्पायर स्कीम के तहत 18.75 लाख रुपए प्राप्त किए व राजीव गांधी डिजिटल योजना के तहत 2015-16 तक छात्रों को 110 लैपटॉप मिले तथा प्रत्येक वर्ष स्कूल के 12 से 15 बच्चों को बोर्ड स्कूल एजुकेशन ऑफ धर्मशाला की तरफ से मैरिट योग्यता के आधार पर प्रत्येक विद्यार्थी को 10 हजार और 12 हजार हाई मैट्रिक स्कॉलरशिप मिलती है। हिमालयन पब्लिक स्कूल ने अपनी शिक्षा के बलबूते पर न केवल एक जिले में बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश में अपनी पहचान बनाई है। स्कूल संस्था ने अपने विद्यार्थियों के लिए खेल का मैदान भी रखा हुआ है, जिसमें विद्यार्थी खेलकूद के साथ-साथ मार्शल आर्ट्स का प्रशिक्षण भी लेते हैं। पिछले साल ही हरिद्वार में हुई राष्ट्र स्तरीय जूडो-कराटे प्रतियोगिता में स्कूल के विद्यार्थियों ने 5 गोल्ड मेडल, 10 सिल्वर मैडल जीते और सभी पलों में सबसे बेहतरीन वो पल था जब हिमालयन स्कूल की 12वीं की छात्रा रोहिनी मलेशिया में होने वाली अंतराष्ट्रीय गेम्स के लिए चयनित हुई।

-कुलदीप शर्मा, चुवाड़ी


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