काव गीतों पर नाचीं दुर्गा माता

By: Nov 21st, 2017 12:05 am

 आनी — ग्वालपुर पंचायत के गांव चखाणा में रविवार देर शाम प्राचीन दो दिवसीय बूढ़ी दिवाली मेला धूमधाम से संपन्न हुआ। इस मेले में क्षेत्र की आराध्य देवी दुर्गा माता बाडी चखाणा दुर्गा रथ में शोभायमान हुइर्ं। मेले में माता के अधिकार क्षेत्र के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी ईष्टदेवी के समक्ष शीश नवाया। देवी के कारदार रामलाल शर्मा ने बताया कि चखाणा में बूढ़ी दिवाली मेला आज भी प्राचीन परंपरा अनुसार मनाया जाता है। इस मौके पर रात्रि में कुंडादैरची की रस्म के उपरांत भंडराणा जलाया जाता है, जिसकी विधिवत पूजा-अर्चना के बाद ब्राह्मणोंं द्वारा प्राचीन काव गीत गाए जाते हैं और लोग भंडारणे के चारों ओर नृत्य करते हैं। प्रातः माता के दरबार में झाड़े का आयोजन किया जाता है, जिसमें देवी के शक्ति स्वरूप गूर खेल में आकर लोगों को फलादेश सुनाते हैं और चावल के दाने के रूप में उनके दुखों का निवारण करते हैं। दिन में बांड नृत्य भी होता है, जिसमें देवी माता ब्राह्मणों के काव गीत संग नृत्य करती हैं। अंत में दो दलों के बीच युद्ध होता है, जिसमें मूंजी नामक घास से बने बांड लंबे रस्से को एक दूसरे की ओर खींचा जाता है। इस युद्ध में जिस दल की जीत होती है, वहां मातारानी की कृपा से  धन धान्य व सुख समृद्धि की अपार वृद्धि होती है। कारदार रामलाल शर्मा ने बताया कि रविवार से ही बूढ़ी दिवाली मेले के समापन उपरांत माता दुर्गा बाडी चखाणा अगले 15 दिन के लिए अपने अधिकार क्षेत्र के गांव में देव भ्रमण के लिए निकल पड़ी हैं, जिसमें रविवार को माता गांव तुमण पहुंचीं। जहां स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी ईष्टदेवी का भव्य स्वागत किया और यहां की ब्राह्मण महिलाओं ने माता के स्वागत में मंगलाचरण गीत गाए। माता इसके अलावा गांव कनेउग, नाउर, भंधल तथा शेउल सहित अन्य कई गांवों का भ्रमण करेगी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App