खुश रहने के लिए गुनगुनाइए

By: Nov 19th, 2017 12:05 am

संगीत को ईश्वर के बराबर का दर्जा दिया गया है, इसलिए इस विधा में शुद्धता और शास्त्रीयता का विशेष महत्त्व होता है। सात शुद्ध और पांच कोमल स्वरों के माध्यम से मन को साधने का उपाय ही संगीत कहलाता है। एक ओर जहां ‘योग’ मनुष्य के शरीर, मन और मस्तिष्क को साधता है, वहीं ‘संगीत’ उसकी आत्मा को शुद्ध करता है और स्वास्थप्रद होता है। कई शोध भी बताते हैं कि संगीत से जुड़े रहने और गाते-गुनगुनाते रहने से सेहत अच्छी बनी रहती है। गायन के कई स्वास्थ्य लाभ जैसे, मानसिक, शारीरिक तथा आध्यात्मिक लाभ होते हैं, तो चलिए विस्तार से जानते हैं सेहत पर संगीत और गायन का क्या प्रभाव होता है।

क्या है गायन

गायन एक ऐसी क्रिया है जिससे स्वर की सहायता से संगीतमय ध्वनि उत्पन्न की जाती है। जरूरी नहीं कि गायन औपचारिक ही हो, यह अनौपचारिक हो सकता है और संतोष या खुशी के लिए किया जा सकता है, जैसे नहाते समय। वहीं यह बहुत औपचारिक भी हो सकता है जैसे किसी धार्मिक अनुष्ठान के समय या मंच पर या रिकार्डिंग के स्टूडियो में पेशेवर गायन के रूप में आदि।

संगीत के फायदे

संगीत साधना फिर चाहे वह किसी भी रूप में जैसे, गायन, वादन आदि के लिए किसी कलाकार को एक ही मुद्रा में घंटों बैठे रहना पड़ता है। ठीक उसी तरह से योग में भी एक अवस्था में बैठने की जरूरत होती है। एक ही स्थान पर साधना करने के लिए शरीर, मन व मस्तिष्क शांत व स्वस्थ होता है और एकाग्रता बढ़ती है। विभिन्न वैज्ञानिक शोध दर्शोते हैं कि संगीत साधना व योग साधना दोनों से मनुष्य के जीवन में शक्ति का विकास होता है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि शरीर तथा मन को स्वस्थ, प्रफुल्लित रखने के लिए संगीत शास्त्र सहयोगी है। इससे शरीर, मन, मस्तिष्क स्वस्थ रहता है और एकाग्रता बढ़ती है। योग की तरह ही संगीत से तनाव भी दूर होता है। कमाल की बात तो यह है कि आप संगीत से होने वाले स्वस्थ्य लाभ को सड़क पर, बगीचे में, बरामदे में, छत पर सुबह, शाम घूमते हुए, कहीं भी ले सकते हैं।

गायन के स्वास्थ्य लाभ

गायन से हमारे फेफड़ों की एक्सरसाइज होती है। इससे हमारी पसलियों के बीच की मांसपेशियों तथा डायाफ्राम टोन होते हैं।

*  गायन से बेहतर नींद आती है।

*  गायन कर हम अपनी एरोबिक क्षमता में सुधार के द्वारा दिल और रक्त परिसंचरण को बेहतर बना सकते हैं। इससे मांसपेशियों में तनाव भी कम

होता है।

*  गायन से चहरे की मांसपेशियों का व्यायाम होता है और वे टोन होती हैं।

* गाना गाने से हमारी शारीरिक मुद्रा में भी सुधार होता है।

* हम मानसिक रूप से अधिक सचेत हो सकते हैं।

* गायन से साइनस और सांस की नलियां खुलती हैं।

* गायन से एंडोर्फिन नामक रसायन का स्राव होता है, जो दर्द से राहत दिलाता है।

* गायन से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

यह क्रोध, अवसाद और चिंता को कम करने में मदद करता है।


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