गंदा पानी पी रहा पांगणा

By: Nov 21st, 2017 12:04 am

करसोग— उपमंडल करसोग के ऐतिहासिक गांव पांगणा को आज भी रीहुंजी(गोडन) नाले व सिर्फ आश्वासन के लिए कटवाची पंचायत के रींडला नाला का गंदा कीचड़ सना दूषित पानी ही पिलाया जा रहा है, जिस पर गौर करने की मांग जोरों पर की जा रही है। इन दोनों पेयजल स्रोतों के ट्रीटमेंट के लिए गोडन नाले में व शिव मंदिर बीठरी के पास निथारन टैंक तो बने हैं, लेकिन दोनों ही पानी के टैंक खाली सूखे पडे़ हैं। रीहुंजी नाला व रींडला नाला जहां से भी पांगणा को पानी आ रहा है, वहां इस पानी को प्रदूषित करने के अनेक लापरवाही के नमूने दुहाई दे रहे हैं, जो क्षेत्र के लोगों को कभी भी खाट पर डाल सकते हैं या फिर मौत का द्वार दिखा सकते हैं, परंतु विभाग को इस बात की चिंता नहीं है। रीहुंजी नाला में एक छोटा सा चैंबर बनाकर मुख्य नाली का सिरा दबाकर पीछे छेद बनाकर फिल्टर का काम लिया जा रहा है, वहीं रींडला नाला में भी ऐसी ही तरकीब कर सीधे नाले से ही पानी की सप्लाई की गई है। दोनों ही नालों में मानव मल-गंदगी (शौच) के ढेर लगे हैं, जिन्हें देखकर रूह तक कांप जाती है, ऐसे शौच युक्त पानी से प्यास बुझाना तो दूर की बात, नहाया भी नहीं जा सकता। दोनों ही स्रोतों पर पशुओं के खुरों के निशान देखकर पशुओं के यहीं पर पानी पीने की पुष्टि भी होती है। इन दोनों स्रोतों का दूषित पानी पांगणा वासियों के लिए कभी भी यमराज बन सकता है। ऐसी लापरवाही  पहली बार नहीं है, अपितु जनवरी 2000 में भी पांगणा कस्बे में उस समय हड़कंप मच गया था, जब यहां के लोगों को पता चला कि सालों से वे जो पानी पी रहे हैं वह कोई शुद्ध नहीं बल्कि गोडन नाले से ऐसी जगह से आ रहा है, जहां शव जलाए जाते थे, लेकिन धीरे-धीरे लोगों के अनुरोध पर यह योजना सरकते-सरकते जब रींडला नाला तक पहुंची तो वहां भी टैंक का निर्माण न कर बीठरी शिव मंदिर के पास 2007 के आसपास ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर पानी की सप्लाई सुनिश्चित तो कर दी, लेकिन यह ट्रीटमेंट प्लांट जनता के लाखों रुपए फूंकने के बाद आज भी खाली सूखे पड़े हैं। ऐसे में पांगणा वासी दोनों ही स्थानों में ट्रीटमेंट के बगैर दूषित पानी को पीने के लिए विवश हैं तथा वर्षों बाद विभाग ने गोडन नाले से एक बार फिर पांगणा को दूषित पानी की सप्लाई देकर पांगणा वासियों में दहशत फैल चुकी है। रविवार को डाक्टर जगदीश शर्मा, व्यापार मंडल पांगणा के प्रधान सुमित गुप्ता, समाजसेवी व मेधावी जागरूक युवा गोडन नाले में पांगणा को मिल रही सप्लाई के मुख्य स्रोत पर पहुंचे तो यह देखकर दंग रह गए कि, जिस जलस्रोत से वर्षों पहले  श्मशान के प्रदूषित पानी की सप्लाई के कारण बंद कर दिया था रविवार को उसी जगह से फिर से बिना ट्रीटमेंट के पांगणा को पानी की आपूर्ति देख चकरा गए। ऐसे में थोड़ी सी बारिश होने पर पांगणा के नलों से मटमैला पानी तो टपकता ही है। इसके साथ ही नाले के पास शौच करने वालों का मलमूत्र भी नल के पानी के साथ पांगणा वासियों के पेट में जाकर जहर का काम कर अनेक रोगों को जन्म दे रहा है। इस बार मेें सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता चुराग हंसराज ने कहा कि मामला ध्यान में आते ही कडे़ दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं कि पांगणा क्षेत्र को जो पानी की आपूर्ति इन स्रोतों से की जा रही है, वहां पर साफ -सफाई का काम तुरंत अमल में लाया गया है व स्रोत से स्वच्छ पानी की आपूर्ति पांगणा क्षेत्र को की जाए ऐसे निर्देश संबंधित कर्मचारियों को दे दिए गए हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App