पायरिया के लक्षण

By: Nov 4th, 2017 12:05 am

दांत कमजोर होकर हिलने लगते हैं तथा दो दांतों के बीच में गैप हो जाता है। इसकी वजह से सांसों से बदबू भी आनी शुरू हो जाती है और दांतों की संवेदनशीलता बढ़ जाती है। गर्म और ज्यादा ठंडा पानी पीने पर दांतों की संवेदनशीलता बर्दाश्त नहीं होती…

दांत हमारे शरीर का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं, तो पायरिया उनमें होने वाली एक गंभीर समस्या।  अगर रोजाना इनकी ठीक से देखभाल और सफाई न की जाए तो भी पायरिया का खतरा बढ़ सकता है। पायरिया दांतों में होने वाला एक ऐसा रोग है जो दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाता है। दरअसल, हमारे मुंह में तकरीबन 700 किस्म के बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो हमारे दांतों को स्वस्थ रखने में मददगार होते हैं, लेकिन जब हम मुंह की सफाई ठीक तरह से नहीं करते, तो यही बैक्टीरिया हमारे दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इस रोग में दांतों में तेज दर्द होने के साथ ही मसूड़े भी कमजोर होने लगते हैं। इसके अलावा मसूड़े खराब हो जाते हैं और उनमें से खून आने लगता है। दांत कमजोर होकर हिलने लगते हैं तथा दो दांतों के बीच में गैप हो जाता है। इसकी वजह से सांसों से बदबू भी आनी शुरू हो जाती है और दांतों की संवेदनशीलता बढ़ जाती है। गर्म और ज्यादा ठंडा पानी पीने पर दांतों की संवेदनशीलता बर्दाश्त नहीं होती। पायरिया होने पर दांत कमजोर होकर गिरने का भी खतरा रहता है। शरीर में कैल्शियम की कमी की वजह से भी पायरिया जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो परिणाम घातक हो सकते हैं।

पायरिया के उपचार

मसूड़ों से खून निकलने पर नींबू के रस का प्रयोग काफी फायदेमंद होता है। इससे खून का निकलना बंद हो जाता है। साथ ही इससे दांतों में मजबूती भी आती है।

पीपल की छाल- पीपल की छाल या फिर उसके कोमल डंठल को पानी में डालकर उसका काढ़ा बनाकर पीने से भी पायरिया पूरी तरह से ठीक हो जाता है।

लौंग का तेल- एक गिलास गुनगुने पानी में 5-6 बूंद लौंग का तेल मिलाकर प्रतिदिन गरारे और कुल्ला करने से भी पायरिया की समस्या काफी हद तक दूर हो जाती है।

सरसों का तेल और सेंधा नमक- सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर लगाने से दांतों से निकलती हुई दुर्गंध और रक्त बंद होकर दांत मजबूत होते हैं और पायरिया जड़ से खत्म हो जाता है।

कच्चे अमरूद- अमरूद विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण दांतों के लिए बहुत लाभकारी होता है। पायरिया होने पर कच्चे अमरूद पर थोड़ा सा नमक लगाकर खाने से भी पायरिया के उपचार में सहायता मिलती है।

नीम की पत्तियां- नीम की पत्तियों की राख में कोयले का चूरा और कपूर मिलाकर रोज रात को लगाकर सोने से पायरिया में लाभ होता है। इसके अलावा यह पाउडर मसूड़ों से रक्त स्राव और पस के निर्माण पर नियंत्रण रखता है और मुंह से दुर्गंध हटाने में भी सहायता करता है। आप अपने दांतों में नीम के दातुन से ब्रश भी कर सकते हैं।

काली मिर्च- काली मिर्च के चूरे में थोड़ा सा नमक मिलाकर दांतों पर मलने से पायरिया रोग से काफी हद तक राहत मिलती है।

सूखे मसाले- जीरा, सेंधा नमक, हरड़, दालचीनी को समान मात्रा में लें, इसे बंद बरतन में जलाकर पीस लें, इस मंजन का नियमित प्रयोग करें।

प्याज- प्याज के टुकड़ों को तवे पर गर्म कीजिए और दांतों के नीचे दबाकर मुंह बंद कर लीजिए। इस प्रकार 10-12 मिनट में लार मुंह में इकट्ठी हो जाएगी। उसे मुंह में चारों ओर घुमाइए फिर निकाल फेंकिए। दिन में 4-5 बार 8-10 दिन तक ऐसा करें, पायरिया जड़ से खत्म हो जाएगा और दांत के कीड़े भी मर जाएंगे और मसूड़ों को भी मजबूती प्राप्त होगी।


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