पीछे को खिंची चली जाती है गाड़ी

By: Nov 11th, 2017 12:05 am

हिमालय की पहाडि़यों के पास और लद्दाख की वादियों में एक ऐसी जगह है, जहां अगर आपने गाड़ी खड़ी कर दी तो वह अपने आप ही पीछे को खिंची चली आती है। लोग इसे हिमालय का जादू कहते हैं। कई जगह कहा जाता है हिमालय में ऐसी शांति है कि आप खुद को भी भूल जाएंगे। लोगों का मानना है कि कोई यहां तपस्या सिद्ध कर ले तो वह अमर हो जाता है…

भारत की आबादी विश्व में दूसरे नंबर पर आती है। यहां थोड़ी दूरी पर भाषा से लेकर पहनावे तक सब बदल जाते हैं। यहां बदलाव एक उम्मीद है, एक विश्वास है, जिसे लोग आसानी से स्वीकार कर लेते हैं। साथ ही साथ यहां अंधविश्वास और रहस्यों पर भी आंखें मूंद कर विश्वास किया जाता है। यहां हम कुछ ऐसे रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में जानने के बाद आपको उन पर यकीन करना मुश्किल हो जाएगा।

दि मैग्नेटिक हिल

हिमालय की पहाडि़यों के पास और लद्दाख की वादियों में एक ऐसी जगह है, जहां अगर आपने गाड़ी खड़ी कर दी तो वह अपने आप ही पीछे को खिंची चली आती है। लोग इसे हिमालय का जादू कहकर बुलाते हैं।

हिमालय में रहने वाले अमर लोग

कई जगह कहा जाता है हिमालय में ऐसी शांति है कि आप खुद को भी भूल जाएंगे। लोगों का मानना है कि बहुत से साधु-महात्मा वहां जाकर तपस्या कर रहे हैं और जो उसे सिद्ध कर लेता है, उसे अमर होने से कोई नहीं रोक सकता। अभी तक यह रहस्य बना हुआ है कि कितने लोगों के ज्ञानचक्षु खुल चुके हैं और वे अमरता की राह को पा चुके हैं।

एक भूत बिल्ली

इसका आतंक एक बार पूना के आस-पास छाया था। लोग रात को डरने लग गए थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसकी काली-काली आंखें बड़ी ही डरावनी थीं और उसकी छलांग तो बहुत ही लंबी थी। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि यह एक अफवाह थी, लेकिन रहस्य अभी भी बना हुआ है।

कोंग्का दर्रा

भारत और चीन के बार्डर पर यह दर्रा है। दोनों देशों के बीच टकराव की वजह कभी यह क्षेत्र भी रह चुका है। लेकिन उड़नतश्तरियों (यूएफओ) ने अपना बेस बनाने के लिए इस जगह को चुना। ऐसा कुछ लोगों का कहना है कि यहां कोई आम आदमी नहीं जा सकता, इसीलिए स्थानीय लोगों को शक है कि कहीं यह सच न हो।

शांति देवी

इनका जन्म 1930 को दिल्ली के एक परिवार में हुआ। चार साल की उम्र में वह अपने माता-पिता को अपने असली मम्मी-पापा मानने से इनकार करने लगी और कहने लगी कि उसका असली नाम लुग्डी है, जो पिछले जन्म में डिलीवरी के दौरान मर गई थी। जब उनके मम्मी-पापा ने इस बात की जांच करवाई तो सब भौंचक्के रह गए। वह सब सच था। देश के अन्य स्थानों पर भी कई लोगों ने समय-समय पर इस तरह के दावे किए हैं। ये लोग अपने पिछले जन्म की कहानियां बयान करते हैं। कई अवसरों पर ये कहानियां सही पाई गईं। इसी कारण इस तरह की बातों पर आम लोग विश्वास कर लेते हैं। समय-समय पर इस तरह के किस्से सामने आते रहते हैं। इन किस्सों के अलावा एक सैनिक का किस्सा भी आम है। बताया जाता है कि एक सैनिक एक बार शहीद हो गया। शहीद होने के बाद भी यह सैनिक सीमा पर अपनी ड्यूटी देता है। इस तरह का दावा अन्य सैनिक करते हैं।


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