पुलिस का डॉग स्क्वायड सीबीआई के राडार पर

By: Nov 24th, 2017 12:02 am

कोटखाई छात्रा गैंगरेप-मर्डर प्रकरण

शिमला— शिमला के कोटखाई छात्रा गैंगरेप व मर्डर मामले में पुलिस का डॉग स्क्वायड भी जांच के दायरे में है।  इस डॉग स्क्वायड ने स्पॉट का निरीक्षण किया था, लेकिन आरोप है कि इसने इसकी जांच में गंभीरता नहीं दिखाई। ऐसे में पुलिस का डॉग स्क्वायड  भी सीबीआई की जांच के घेरे में आ गया है। गौर हो कि कोटखाई के महासू स्कूल की छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी और इसका शव स्कूल के साथ लगते दांदी के जंगल में फेंक दिया गया था। मासूम छात्रा चार जुलाई को स्कूल से  गायब हो गई थी और उसका शव दो दिन बाद सुबह जंगल में पड़ा मिला। हत्या की जांच लिए जहां फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली गई थी, वहीं स्पॉट का पुलिस के खोजी कुत्ते से भी निरीक्षण करवाया गया था, लेकिन आरोप लगा कि इस जांच में गंभीरता नहीं दिखाई गई और स्पॉट की सही तरीके से जांच नहीं हुई।  आरोप है कि स्पॉट की जांच के लिए जो कुत्ता लगाया जाना था, इसकी जगह दूसरा कुत्ता मौके पर ले जाया गया। आपराधिक वारदातों की जांच के लिए ट्रैकर किस्म के कुत्ते से घटनास्थल का निरीक्षण करवाया जाता है, लेकिन आरोप है कि इसमें इस कुत्ते का इस्तेमाल नहीं किया गया। इसके स्थान पर दूसरा कुत्ता मौके के लिए ले जाया गया।   सूत्रों के अनुसार इसी कड़ी में सीबीआई ने पुलिस के डॉग स्क्वायड में तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की है। उनसे पूछा गया कि मौके के लिए कौन सा कुत्ता भेजा गया था, इस दौरान क्या सबूत  मिले हैं। जानकारों का कहना है कि इस मामले में पुलिस के डॉग स्क्वायड की जांच में कोई भी सबूत नहीं मिला। सीबीआई इस मामले में पहले ही फोरेंसिक विशेषज्ञों से भी पूछताछ कर चुकी है। घटनास्थल पर किस तरह से जांच हुई है और सबूतों को किस तरह से जुटाया गया है इस बारे में पूछताछ पहले ही की जा चुकी है। अब सीबीआई की जांच के दायरे में पुलिस का डॉग स्क्वायड भी आ गया है। कोटखाई गैंगरेप व मर्डर मामले की जांच को लेकर हिमाचल पुलिस शुरू से ही सवालों के घेरे में रही है। पुलिस की जांच को लेकर कई सवाल खड़े किए गए हैं। छात्रा के रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों का आरोप रहा है कि सूचना देने पर भी पुलिस मौके पर समय पर नहीं पहुंची। पुलिस कई घंटों बाद मौके पर पहुंची, तब तक शव वाले स्थल पर लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा था। इसके चलते मौके से सबूत भी नष्ट हो गए। इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका को लेकर स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति भारी रोष रहा है। लोगों ने इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर गई जगह भारी विरोध प्रदर्शन किए।  कोटखाई में तो उग्र भीड़ ने थाने को आग के हवाले कर दिया था। हालांकि अब इस मामले की देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई तफशीश कर रही है। सीबीआई इस मामले में दर्जनों लोगों से पूछताछ कर चुकी है और दो सौ से अधिक लोगों के सैंपल भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, लेकिन अभी तक इसके असली गुनाहगारों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। सीबीआई इस केस को सुलझाने में जुटी हुई है।


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