माइग्रेन पीडि़त महिलाएं करवाएं हार्मोन थैरेपी

By: Nov 5th, 2017 12:05 am

हार्मोन थैरेपी रजोनिवृत्ति के लक्षणों का इलाज कराने वाली माइग्रेन से पीडि़त महिलाओं के लिए सुरक्षित है। माइग्रेन अलग-अलग तीव्रता का सिरदर्द होता है, जिससे पीडि़त व्यक्ति को अकसर उल्टी, प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता की शिकायत रहती है। एक्सोजीनस एस्ट्रोजन का एक साथ उपयोग और माइग्रेन पीडि़त महिलाओं में स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ने के कारण माइग्रेन से ग्रस्त मरीजों को हार्मोन थैरेपी की सलाह नहीं दी जाती है। अमरीका में थॉमस जेफरसन यूनिवर्सिटी से पीटर एफ शैंटैज के अनुसार यह अध्ययन हार्मोन थैरेपी के सुरक्षित उपयोग के बारे में जानकारी को स्पष्ट करता है, खासकर 60 साल की कम उम्र की महिलाओं में जो रजोनोनिवृत्ति के आसपास की उम्र की हैं।  न्यूयार्क के एल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसिन से जेलेना पावलोविक ने कहा कि चूंकि माइग्रेन प्रत्येक चार महिलाओं में से एक महिला को प्रभावित करता है और इन्हें अकसर हार्मोन थैरेपी से बचने की सलाह दी जाती है, इसलिए यह नए निष्कर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।  इस शोध के लिए अध्ययनकर्ताओं ने 67,903 प्रतिभागियों का आकलन किया था, जिनका माइग्रेन, हृदय रोग के लक्षणों के बीच संबंध और हार्मोन थैरेपी के इस्तेमाल का जुड़ाव रहा था।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App