गिरावट के साथ खुले मार्केट, सेंसेक्स 33,720 और निफ्टी 10,386 अंकों पर।

महाराष्ट्र: लातूर नांदेड़ रोड पर एक सड़क हादसे में 7 लोगों की हुई मौत, 13 घायल

 अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रम्प दो दिवसीय यात्रा पर आज सुबह यहां पहुंची।

केलांग – लाहुल-स्पीति कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ज्ञालसन ठाकुर ने पार्टी में अनुशासनहीनता पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिला यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक ठाकुर को  पार्टी से बाहर कर दिया है। इस की अधिसूचना पीसीसी अध्यक्ष को भी भेज दिया है। जिला पार्टी प्रवक्ता अनिल सहगल ने बताया कि यूथ अध्यक्ष द्वारा बार-बार अपने

शिमला – हिमाचल में बनने वाली नई सरकार को भी आईएएस अधिकारियों की कमी से जूझना पड़ेगा। वर्ष 2018-19 में कई अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हिमाचल में आईएएस अधिकारियों की कैडर स्ट्रैंथ 147 की है, जबकि वर्तमान में 113 ही कार्यरत है। पिछले 10 वर्षों से तीन से चार अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

पुस्तकालय की सवा लाख किताबें होंगी ऑनलाइन; उपन्यास, काव्य, प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तकें भी उपलब्ध, स्टाफ की खल रही कमी धर्मशाला – जिला पुस्तकालय धर्मशाला में क्षेत्र के पाठकों को प्राचीनतम महत्त्वपूर्ण पुस्तकों में रामचरितमानस और गुरु ग्रंथ साहिब के अलावा कई किताबें पढ़ने के लिए आसानी से मिल जाएंगी। वहीं आने वाले समय में

नई सरकार से जिला सिरमौर के विधानसभा क्षेत्र श्रीरेणुकाजी के लोगों  को कई उम्मीदें हैं। प्रसिद्ध पवित्र नगरी  होने के नाते यहां कई सुविधाआें की दरकार है। श्रीरेणुका झील के चलते क्षेत्र अपनी अलहदा पहचान रखता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर अभी तक नेता जनता को छलते आ रहे हैं।  सच्चाई यह है कि

हिमाचल में शुरू होगी अंतरा-छाया योजना, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त लगेगा डीएमपीए इंजेक्शन मंडी – हिमाचल स्वास्थ्य विभाग अब अनचाहे गर्भ से बचने और बच्चों में अंतर रखने के लिए डीएमपीए (डिपोट मेड्रोक्सीप्रोजेस्टेरोन एसीटेट) नाम का इंजेक्शन लाने जा रहा है। एक बार इंजेक्शन लगाने के बाद महिला तीन माह तक गर्भवती नहीं होगी। इसके

घुमारवीं – क्षेत्र के पट्टा गांव के पास जिला उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर की गाड़ी के साथ एक निजी गाड़ी की जोरदार टक्कर हो गई। हालांकि इस टक्कर में उपायुक्त बिलकुल सेफ हैं, परंतु गाड़ी को काफी नुकसान पहुंचा है। उपायुक्त निजी कार्य से पट्टा की तरफ जा रहे थे। इस दौरान विपरीत दिशा से आ

नूरपुर – इस बार समय पर बारिश न होने से फलों के उत्पादन पर गहरा फर्क पड़ा है, जिससे लगभग 30 प्रतिशत तक उत्पादन गिर गया है, साथ ही बिना बारिश फलों का न तो पूरा साइज बन पाया है और न ही मिठास, जिस कारण फल उत्पादकों की आर्थिकी को भी गहरा झटका लगा