आक्सीटोसीन इंजेक्शनों पर कार्रवाई
उपायुक्त यमुनानगर बोले, उल्लंघन करने पर मिलेगी सजा
यमुनानगर— जिला में यदि कोई दुकानदार आक्सीटोसीन का इंजेक्शन बेचता हुआ पाया गया या कोई पशुपालक अपने दुधारू पशुओं को यह इंजेक्शन लगाता हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमों के अनुसार कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त रोहतास सिंह खरब ने बताया कि आक्सीटोसीन का इंजेक्शन बेचना या दुधारू पशुओं को यह इंजेक्शन लगाना सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में दुधारू पशु प्रायः कम मात्रा में दूध देते हैं और पशुपालक दूध उतारने के लिए इस प्रतिबंधित आक्सीटोसीन इंजेक्शन का प्रयोग करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आक्सीटोसीन इंजेक्शन के प्रयोग से पशुओं के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है व आक्सीटोसीन इंजेक्शन लगे दुधारू पशु के दूध को प्रयोग करने से मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने बताया कि आक्सीटोसीन इंजेक्शन लगे दुधारू पशु का दूध पीने से मनुष्य के दिमाग पर कुप्रभाव पड़ता है और मनुष्य अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त हो जाता है। उपायुक्त खरब ने पशुपालकों को भी चेतावनी दी है कि वे अपने पशुओं को दूध उतारने के लिए आक्सीटोसीन का इंजेक्शन न लगाएं, यदि कोई ऐसा करेगा तो उसके विरुद्ध कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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