आरएनटी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, ज्वालामुखी

By: Dec 20th, 2017 12:07 am

हिमाचल के श्रेष्ठ स्कूल -11

ओपी वशिष्ठ, प्रिंसीपल

रविन्द्र नाथ टैगोर पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल ज्वालामुखी जिला कांगड़ा में एक अग्रणी शिक्षण संस्थान  के रूप में उभर रहा है। इस में दो उपमंडलों देहरा और ज्वालामुखी के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। विद्यालय हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से संबद्ध है। स्कूल की स्थापना अप्रैल 2003 में नर्सरी से दसवीं तक मात्र 17  छात्र -छात्राओं के साथ की गई और अब विद्यालय में लगभग 500 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन समिति और शिक्षक वर्ग के आपसी सामंजस्य के दम पर बेहतरीन शिक्षा विद्यार्थियों को उपलब्ध  करवा रहा है। छात्र-छात्राओं को केवल रोबोट और कम्प्यूटर न बना कर उन्हें परीक्षा में अच्छे अंक लाने के अतिरिक्त समाज, प्रदेश और देश के लिए संस्कारी नागरिक बनाने के पुण्य काम करने में यह संस्थान जुटा हुआ है।

स्कूल का अपना 34 कमरों का भव्य भवन है। विद्यालय की दस कनाल जमीन पर बना स्कूल भवन व खेल  का  मैदान चारों ओर से फाइक्स तथा सागवान के पौधों से घिरे हैं, जो स्कूल को गुरुकुल का रूप देते नजर आते हैं। 2013  में स्कूल को स्तरोन्नत करवा  कर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय  बनाया गया व जमा एक व जमा दो में वाणिज्य और विज्ञान संकाय की पढ़ाई शुरू की। अब तक हर वर्ष बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम सौ  फीसदी रहा है। मार्च 2013-14 की जमा दो वार्षिक परीक्षा में पहली 100 मैरिट्स में 11 विद्यार्थियों ने स्थान पाया और मार्च 2016-17 में जमा दो साइंस संकाय में पहली 100 मैरिट्स  में 19 विद्यार्थियों ने स्थान प्राप्त कर स्कूल की शैक्षणिक  प्रतिभा का लोहा मनवाया  है।

पिछले शैक्षणिक सत्र (2016-17) में दसवीं श्रेणी की बोर्ड  परीक्षा में स्कूल की  छात्रा अनिका ने 700 में से 684 अंक प्राप्त कर प्रदेश भर में दसवां व अदिति ने 20वां स्थान प्राप्त किया। जमा दो साइंस संकाय में  आशुतोष, इशांत, अनुभव बंदन, क्षितिज और मेहुल शर्मा ने प्रदेश स्तर पर क्रमशः 19वांए 20वांए 26वांए 41वांए 49वां  स्थान प्राप्त कर स्कूल को गौरवान्वित किया है। अनुभव बंदन, क्षितिज ने एनआईटी हमीरपुर और अंशुल शर्मा ने राजीव गांधी इंजीनियरिंग कालेज नगरोटा बगवां में दाखिला प्राप्त किया। एक अन्य छात्रा दीपाली जैन ने सरकारी मेडिकल कालेज चंबा में एमबीबीएस में दाखिला लेकर स्कूल को सम्मान दिलाया है। विद्यालय में बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ नीट और जेईई की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी भी स्पेशल कोचिंग क्लासेज के माध्यम से स्कूल प्रांगण में ही करवाई जाती है, ताकि बच्चों को जमा दो कक्षा पास करने के उपरांत कोचिंग के लिए कोटा, चंडीगढ़ या दिल्ली जाकर एक और वर्ष व्यर्थ न करना पड़े। स्कूल में लगभग 35 शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी हैं। लगभग सारा शैक्षणिक स्टाफ  सरकारी नियमों के मुताबिक प्रशिक्षित और टेट व सीटेट पास है। शिक्षण के अलावा स्कूल के विद्यार्थी खेलों, बाल विज्ञान मेलों और सांस्कृतिक क्रियाकलापों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। प्रतिवर्ष स्कूल में दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता करवाई जाती है। हर साल स्कूल प्रांगण में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह मना कर शिक्षा, खेलों, सांस्कृतिक व अन्य क्षेत्रों में बढि़या कारगुजारी के लिए बच्चों को इनाम देकर प्रोत्साहित किया जाता है।  बोर्ड परीक्षा में पहले दस स्थानों पर आने वाले विद्यार्थी  को प्रबंधन समिति 21000 रुपए इनाम के तौर पर प्रदान कर अन्य बच्चों को भी बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। इस बार अनिका इस सम्मान को प्राप्त करेगी। स्कूल ने जिला और प्रदेश स्तर पर स्किट  और सर्वे क्षेत्र में अपना नाम कमाया है। स्कूल में एनएसएस की इकाई पिछले वर्ष से कैडेट्स को अच्छे और उम्दा नागरिक बनाने में दिलो जान से जुटी है। इस वर्ष स्कूल के छः कैडेट्स ने  एनएसएस मेगा कैंप और वाईएलसी में भाग ले कर प्रशंसनीय प्रदर्शन किया। अगले सत्र से विद्यालय में स्कॉउट एंड गाइड  योजना शुरू की जाएगी, ताकि बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में  भी रुचि लें और देश के बेहतर नागरिक बनें। स्कूल में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और कम्प्यूटर विज्ञान की सुसज्जित प्रयोगशालाएं हैं, जिनमें देश के भावी वैज्ञानिक अपने योग्य अध्यापकों के मार्गदर्शन में नए-नए प्रयोग कर अपनी  जिज्ञासाओं को पूरा करते हैं। आरएनटी स्कूल अपनी नई परिपाटियों के लिए भी खूब चर्चित है। अपने विद्यार्थियों के पठन- पाठन  को लेकर प्रधानाचार्य और अध्यापक साल में तीन बार बच्चों के माता पिता को स्कूल में बुलाकर विद्यार्थियों द्वारा घर पर की जाने वाली पढ़ाई के अतिरिक्त उनके द्वारा किए जाने वाले व्यवहार व अन्य क्रिया कलापों के बारे में बच्चों के सामने चर्चा करते हैं व आवश्यक मार्गदर्शन भी देते हैं। इस प्रक्रिया से अभिभावक, विद्यार्थी और स्कूल आपस में संपर्करत रहते हैं। अभिभावकों और अध्यापकों  को विद्यार्थी द्वारा स्कूल और घर पर किए जाने वाले क्रिया कलापों के बारे में पूरी जानकारी रहती है। नतीजतन छात्र-छात्राएं अनावश्यक भटकाव से बचे रहते हैं। आरएनटी विद्यालय का ध्येय वाक्य है ‘हम बच्चों के केवल दिमाग को ही शिक्षित नहीं करते बल्कि उनके हृदय को भी शिक्षित करते हैं’। प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रमेश चंद के संरक्षण व शिक्षा के प्रति समर्पण और स्कूल के प्रधानाचार्य ओपी वशिष्ठ के मार्गदर्शन व प्रशासन  के तहत आरएनटी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल ज्वालामुखी नई शैक्षणिक ऊंचाइयां छूने की ओर अग्रसर है।

– शैलेष शर्मा, ज्वालामुखी


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