होटल मैनेजमेंट करें करियर को मैनेज

By: Dec 6th, 2017 12:20 am

पहले होटल मैनेजमेंट का मतलब सिर्फ  यही माना जाता था कि इस कोर्स को करके सिर्फ  शेफ  बना जा सकता है। लोग ऐसा सोचते थे कि शेफ  बन भी गए तो क्या, यह तो बावर्ची का काम है। आज शेफ  के पेशे ने इज्जत, शोहरत और कमाई के साथ-साथ समाज में अपनी एक अलग छवि बना ली है…

ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में होटल इंडस्ट्री काफी तेजी से बढ़ रही है। आज होटल इंडस्ट्री में कई तरह के जॉब विकल्प हैं, जो युवाओं के बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। इस इंडस्ट्री में आने वाले नए युवाओं के लिए जरूरी है कि वे ईमानदारी और कड़ी मेहनत के साथ काम करें। प्रशिक्षण के दौरान सभी बातों को अच्छी तरह सीखें और हर समय किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहें।

इन सबके अलावा फूड फैशन और होटल इंडस्ट्री में आ रहे नित नए बदलावों से अपडेट रहें। इस इंडस्ट्री में हमेशा वर्ल्डवाइड चेंजेज होती रहती हैं। अपने आप को इंडस्ट्री में बनाए रखने के लिए इन सबके बारे में हर पल अप-टू-डेट रहना जरूरी है, जिसे नई टेक्नोलॉजी और इंटरनेट ने काफी आसान बना दिया है। पहले होटल मैनेजमेंट का मतलब सिर्फ  यही माना जाता था कि इस कोर्स को करके सिर्फ  शेफ  बना जा सकता है। लोग ऐसा सोचते थे कि शेफ  बन भी गए तो क्या? यह तो बावर्ची का काम है। आज शेफ  के पेशे ने इज्जत, शोहरत और कमाई के साथ-साथ समाज में अपनी एक अलग छवि बना ली है। इतना ही नहीं, होटल मैनेजमेंट के कोर्स ने शेफ  के अलावा और भी कई तरह के करियर विकल्पों को जन्म दिया है। होटल इंडस्ट्री का दायरा आज काफी बढ़ गया है।

आज इस इंडस्ट्री में मैनेजमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन, हाउसकीपिंग, मार्केटिंग, मेंटेनेंस जैसे कई विभाग हैं, जिनमें स्किल्ड प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड है। यह क्षेत्र ग्लैमरस होने के साथ-साथ काम में सुकून भी प्रदान करता है।

प्रमुख संस्थान

 एचपी यूनिवर्सिटी, शिमला (हिप्र)

 इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ  होटल मैनेजमेंट, हमीरपुर (हिप्र)

 हेरिटेज इंस्टीच्यूट ऑफ  होटल एंड टूरिज्म संजोली, शिमला (हिप्र)

 इंस्टीच्यूट ऑफ  होटल मैनेजमेंट, कुफरी शिमला  (हिप्र)

 आईएचएम, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद

 आईएचएम, बंगलूर

 आईएचएम, दिल्ली

 डा. अंबेडकर इंस्टीच्यूट ऑफ  होटल मैनेजमेंट, चंडीगढ़

प्रमुख कोर्स

 बैचलर ऑफ  होटल मैनेजमेंट

 बीएससी इन होटल मैनेजमेंट

 बैचलर ऑफ  होटल मैनेजमेंट एंड कैरिंग टेक्नोलॉजी

 बीए, बीएससी ऑनर्स इन होटल मैनेजमेंट

 बीबीए इन होटल मैनेजमेंट

 मास्टर ऑफ  साइंस इन होटल मैनेजमेंट

 एमबीए इन होटल मैनेजमेंट

 सर्टिफिकेट कोर्स इन होटल एंड कैटरिंग मैनेजमेंट

 डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट

 क्राफ्ट्समैनशिप कोर्सेज

 पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट

 डिप्लोमा इन होटल एंड केटरिंग मैनेजमेंट

 बैचलर डिग्री इन हास्पिटेलिटी साइंस

 बीएससी इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग साइंस

होटल इंडस्ट्री में विकल्प

मैनेजमेंट

किसी भी होटल को अच्छी तरह चलाने  की पूरी जिम्मेदारी मैनेजमेंट पर होती है। हर विभाग के कामकाज के बेहतर संचालन के लिए अलग-अलग मैनेजर होते हैं।

फ्रंट आफिस

फ्रंट आफिस का काम अतिथियों का स्वागत करना होता है। फ्रंट आफिस के अंतर्गत रिसेप्शन, कस्टमर हेल्प डिपार्टमेंट, सूचना डेस्क और रिजर्वेशन आदि आते हैं।

फूड एंड बेवरेजेज

इसमें तीन विभाग शामिल होते हैं- किचन, स्टीवर्ड और फूड सर्विस विभाग। इस विभाग में खाना बनाने से लेकर परोसने तक का काम होता है।

हाउसकीपिंग

होटल की ठीक तरह से देखरेख के लिए हाउसकीपिंग विभाग की जरूरत होती है। कमरों, मीटिंग हाल, लाउंज, लॉबी और रेस्तरां आदि की साफ-सफाई की जिम्मेदारी इसी विभाग के पास होती है।

मार्केटिंग

होटल में उपलब्ध सेवाओं और सुविधाओं की मार्केटिंग होटल मैनेजमेंट का अहम पहलू है। होटल की बेहतर पैकेजिंग से आकर्षित होकर जितने ग्राहक वहां आते हैं, वे होटल को न सिर्फ  बिजनेस देते हैं, बल्कि दूसरों को भी होटल के बारे में बताते हैं। इन सबके अलावा होटल में कई और विभाग होते हैं, जो दूसरे संगठनों या कंपनियों में भी होते हैं जैसे अकाउंट्स, सिक्योरिटी, मेंटेनेंस इत्यादि।

मिलने वाले पद

* मैनेजमेंट ट्रेनी * मैनेजर * शेफ * कस्टमर रिलेशन एग्जीक्यूटिव * सेल्स एग्जीक्यूटिव * केटरिंग आफिसर

वेतन

होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में बतौर ट्रेनी शुरुआती वेतन 18000 रुपए से 25000 रुपए होता है। यह वेतन पद, काम और अनुभव के आधार पर बढ़ता जाता है।

शैक्षणिक योग्यता

होटल मैनेजमेंट कोर्स में दाखिला लेने की न्यूनतम योग्यता 12वीं है, लेकिन अगर आप ग्रेजुएशन के बाद होटल इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आप एमएससी इन होटल मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कर सकते हैं। ज्यादातर संस्थान ऑल इंडिया एडमिशन टेस्ट और इंटरव्यू के आधार पर चयन करते हैं। इंटरव्यू में आवेदक की बुद्धिमता, जनरल नॉलेज और अंग्रेजी की क्षमता परखी जाती है।

व्यक्तिगत कौशल

अगर आप होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में आना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे जरूरी है आपके व्यक्तित्व का आकर्षक होना। इसके साथ ही आपकी कम्युनिकेशन स्किल भी शानदार होनी चाहिए।

अन्य आवश्यक स्किल्स

  1. दोस्ताना व्यवहार
  2. हमेशा मदद के लिए तैयार
  3. सोचने की क्षमता और प्रशासनिक दक्षता
  4. सबको साथ लेकर चलने की क्षमता
  5. काम के दबाव में भी चेहरे पर मुस्कान रखने की आदत
  6. ईमानदार
  7. मेहनती

कोर्स एवं अवधि

होटल मैनेजमेंट में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं, जो 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद किए जा सकते हैं। इन कोर्सों की अवधि 6 महीने से लेकर 3 साल तक हो सकती है। भारत में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलॉजी एक बेहतरीन सरकारी संस्था है। इसकी स्थापना 1982 में हुई थी। देश में बीएससी (हास्पिटेलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन)के तीन वर्षीय डिग्री कोर्स को काउंसिल और इग्नू संयुक्त रूप से संचालित कर रहे हैं। इनके तत्त्वाधान में होटल मैनेजमेंट के 21 केंद्रीय संस्थान, 7 प्रदेश संस्थान तथा 7 निजी होटल प्रबंधन संस्थान चल रहे हैं। इनकी 5700 सीटों के लिए हर साल अखिल भारतीय स्तर पर संयुक्त चयन परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इससे बीएचएम कोर्स में दाखिला मिलता है, जबकि अधिकांश प्राइवेट संस्थान अपने यहां दाखिले के लिए खुद से प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं।

होटल व्यवसाय में हो रहा विस्तार

देश में होटल इंडस्ट्री तेजी से पांव पसार रही है। बड़े और नामी-गिरामी होटल मेट्रो सिटी से आगे बढ़ते हुए राज्यों की राजधानियों तक में अपनी शाखाएं खोल रहे हैं और धीर-धीरे अन्य छोटे शहरों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसके अलावा इंटरनेशनल फूड चेन्स बड़े शहरों के बाद अब देश के छोटे शहरों और कस्बों तक में अपनी पहुंच बना रही हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या तथा छोटे व बड़े शहरों की घटती दूरियों ने इस इंडस्ट्री को अपना  दायरा बढ़ाने पर विवश कर दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार इंटरनेशनल मानकों पर चलने वाले हर होटल में स्किल्ड लोगों की काफी कमी है। जहां एक ओर देश में स्किल्ड लोगों की मांग काफी अधिक है, वहीं इनकी संख्या काफी कम है। देश के अलावा विदेश में भी स्किल्ड प्रोफेशनल्स की काफी मांग है। इस क्षेत्र में हो रहे विस्तार को देखते हुए कहा जा सकता है कि होटल इंडस्ट्री में रोजगार की अपार संभावनाएं भविष्य में होंगी। सिर्फ  यही एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें युवाओं के लिए अनेकों करियर ऑप्शन हैं। कम क्वालिकेशन वाले भी रोजगार के इस फील्ड में उतर सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा शैक्षणिक योग्यता वालों के लिए तो संभावनाएं बहुत ज्यादा रहती हैं। बस जरूरत है इस तरफ  एक कदम बढ़ाने की।

मन से जुड़ा अतिथि सत्कार

डा. चंद्र मोहन परशिरा

विभागाध्यक्ष, एमटीए, एचपीयू, शिमला

होटल मैनेजमेंट  में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने डा. चंद्र मोहन परशिरा से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

होटल मैनेजमेंट विषय की क्या उपयोगिता है?

होटल मैनेजमेंट विषय का आज के वर्तमान समय में न केवल देश-विदेश, बल्कि प्रदेश में भी महत्त्व बढ़ गया है। अब यह विषय केवल एक शेफ मात्र तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि आज पर्यटन के बढ़ते व्यापार में इस फील्ड में अलग-अलग तरह के काम और कई फील्ड सामने आ रहे हैं।

कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता?

होटल मैनेजमेंट से जुड़े कोर्स के लिए कुछ कोर्सेज में शैक्षणिक योग्यता जमा दो रहती है। इसके बाद छात्र होटल मैनेजमेंट में बैचलर और डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स कर सकता है। वहीं ग्रेजुएशन के बाद भी छात्र इस कोर्स में प्रवेश ले सकता है। सभी कोर्सेज में प्रवेश परीक्षा जरूरी है।

कोर्स करने के बाद रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में होते हैं?

होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद छात्र बतौर प्रोफेशनल रेस्टोरेंट, होटल, निजी अस्पतालों, उद्योगों, एयरपोर्ट जैसी जगहों पर अपनी सेवाएं दे सकते हैं। होटल मैनेजमेंट का क्षेत्र वैसे तो बड़ा व्यापक क्षेत्र है। इस क्षेत्र में जहां छात्र अलग-अलग जगहों में अपनी सेवाएं दे सकता है, तो वही छात्र के पास अपना रोजगार शुरू करने का विकल्प भी रहता है। छात्र अपना होटल और रेस्तरां खोल कर उसे बेहतर स्किल पर चला कर अपने लिए बेहतर रोजगार पैदा करने की क्षमता रखता है।

इस क्षेत्र में प्रारंभिक वेतनमान कितना होता है?

होटल मैनेजमेंट विषय में वेतन छात्र की अपनी योग्यता पर निर्भर करता है। साथ ही छात्र ने किस संस्थान से यह कोर्स किया है, इसका असर भी उसके वेतनमान पर पड़ता है। अच्छे रेस्तरां और होटलों में काम करने पर वेतन 40 से 50 हजार और सामान्य संस्थानों में सैलरी 15 से 20 हजार तक मिलती है। इसके साथ ही विदेशों में जाकर रोजगार करने वालों का वेतनमान लाखों में भी हो सकता है।

कोर्स से जुड़े हिमाचल के प्रमुख संस्थान कौन-कौन से हैं?

प्रदेश में इस कोर्स की शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों के लिए होटल मैनेजमेंट संस्थान, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी चलाया जा रहा है। यहां छात्र इस कोर्स में मास्टर और बैचलर डिग्री कोर्स कर सकते हैं। इसके साथ ही शिमला के कुफरी में भी होटल मैनेजमेंट संस्थान चलाया जा रहा है, जिसमें इससे जुड़े विभिन्न कोर्स चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा कई तरह के निजी संस्थान भी इस विषय से जुड़े कोर्स चला रहे हैं।

इस क्षेत्र में आने वाले युवाओं के समक्ष क्या चुनौतियां हैं?

इस क्षेत्र में करियर तलाशने वाले छात्रों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती कम्युनिकेशन स्किल में कमी होना है। इसके साथ ही आकर्षक व्यक्तित्व का होना भी बहुत जरूरी है।

इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए संदेश?

इस फील्ड में करियर बनाने वाले युवाओं में इस कार्य के लिए जुनून होना जरूरी है। अतिथि सत्कार मन से जुड़ा विषय है। जिस व्यक्ति के भीतर अतिथि सत्कार से जुड़ा जुनून है, वही इस क्षेत्र में कामयाबी हासिल कर सकता है।

-भावना शर्मा, शिमला

 


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