एनसीडी पर ट्रेंड हुआ मंडी
मंडी— स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंडी जिला के 11 स्वास्थ्य खंडों में एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिजीज) पर प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है। प्रशिक्षण अभियान के तहत 11 स्वास्थ्य खंडों के डाक्टरों, खंड चिकित्सा अधिकारियों, पुरुष एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व आशा वर्कर्ज को ट्रेनिंग दी गई है। इस कड़ी में अंतिम प्रशिक्षण शिविर शनिवार को धर्मपुर में होगा। इसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी डाक्टर अक्षय मिन्हास ने चिकित्सा अधिकारी, बीएमओ दस सुपरवाइजर, 40 महिला एवं पुरुष कार्यकर्ता सहित संधोल की 100 आशा वर्कर्ज को ट्रेनिंग दी गई। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्ज को नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) की ट्रेनिंग देने का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके बाद आशा वर्कर्ज द्वारा 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के इलेक्ट्रॉनिक हैल्थ कार्ड बनाए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने टीबी, कुष्ठ रोग व गैर संचारी रोगों से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 30 वर्ष या उससे अधिक व्यक्तियों की पहचान करना शुरू कर दिया है, जो गैर संचारी रोगों के खतरे में हैं। नॉन कम्युनिकेबल डिजीज अधिकारी डा. अक्षय मिन्हास ने कहा कि आज यदि 100 लोग मरते हैं तो उनमें से 70 से अधिक लोग एनसीडी के कारण मरते हैं। शिविरों व सब-हैल्थ सेंटर के माध्यम से 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों का चैकअप किया जा रहा है, जिसमें यदि किसी भी व्यक्ति में ये लक्षण पाए जाते हैं, तो उसका उपचार किया जाएगा।
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