दो उद्योग जले, 20 करोड़ राख
नालागढ़ के किरपालपुर में ट्रांसफार्मर निर्माता कारखानों में उठी लपटों से दहल उठे लोग
बीबीएन – औद्योगिक कस्बे नालागढ़ के तहत किरपालपुर स्थित ट्रांसफार्मर निर्माता दो उद्योग अचानक लगी आग की चपेट में आकर राख हो गए। आग से करीब 20 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। आग रविवार रात करीब आठ बजे जेबी इंडस्ट्रीज के प्रोडक्शन एरिया में लगी, जिसने कुछ ही पलों में पूरे यूनिट के साथ-साथ बगल के उद्योग ईको सॉल्यूशंस को भी चपेट में ले लिया। आगजनी ने उस वक्त रौद्र रूप धारण कर लिया, जब दोनों उद्योगों में 30 से 40 हजार लीटर ट्रासंफार्मर ऑयल के चार टैंक इसकी चपेट में आ गए। इसके बाद हुए कई जोरदार धमाकों से जहां पूरा नालागढ़ शहर दहल उठा, वहीं पूरा उद्योग जमींदोज हो गया। गनीमत यह रही कि रविवार को नालागढ़ में पावर कट होने की वजह से दोनों उद्योगों के कामगार छुट्टी पर थे, वरना कई जानें आफत में पड़ सकती थीं। प्रशासन ने एहतियातन घटनास्थल के आसपास के उद्योग और रिहायशी इलाके खाली करवा लिए थे। आग बुझाने के लिए दमकल केंद्र बद्दी ,नालागढ़, परवाणू, रोपड़ व वर्धमान से करीब एक दर्जन फायर टेंडर पूरी रात जुटे रहे और करीब नौ घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि आग शार्ट सर्किट से लगी। हालांकि आग लगने के असल कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम घटनास्थल का दौरा करेगी। सोमवार को एसपी बद्दी ने भी घटनास्थल का दौरा किया और आग लगने के कारणों की पड़ताल की। रविवार रात हुए भीषण अग्निकांड में किरपालपुर स्थित बिजली के ट्रांसफार्मर बनाने वाले जेबी इंडस्ट्रीज और ईको पावर सॉल्यूशंस उद्योग जलकर राख हो गए। आग से उद्योग का शैड ढह गया और तैयार ट्रांसफार्मर के अलावा रॉ मैटीरियल व करोड़ों की अन्य मशीनरी प्रभावित हुई है। आगजनी से अनुमानित 15-20 करोड़ का नुकसान आंका गया है। ट्रांसफार्मर निर्माता उद्योग जेबी इंडस्ट्रीज के सिक्योरिटी गार्ड ने सबसे पहले उद्योग के मेन शैड से रविवार देर शाम अचानक आग की लपटें निकलती देखीं, सिक्योरिटी गार्ड व अन्य कर्मियों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे और देखते ही देखते आग ने भीषण रूप अख्तियार कर लिया, जिसकी चपेट में समूचा उद्योग आ गया। इसके बाद करीब नौ बजे दमकल केंद्र को इस घटना की इत्तला दी गई। दमकल केंद्र नालागढ़ के कर्मियों ने सूचना मिलते ही घटनास्थल का रुख किया और आग पर काबू पाने में जुट गए, लेकिन ट्रासंफार्मर और डीजल टैंक की चपेट में आने के बाद हुए धमाके से आग ने रौद्र रूप धर लिया, जिससे बगल का उद्योग ईको पावर सॉल्यूशंस भी चपेट में आ गया। दोनों उद्योगों में 30 से 40 हजार लीटर क्षमता के ट्रासंफार्मर के टैंक ऑयल से भरे पड़े थे, जिनके आगजनी की जद में आने के बाद आग बेकाबू हो गई। दमकल कर्मियों ने पानी और फॉम की मदद से रात करीब तीन बजे आग पर काबू पाया। हालांकि सोमवार दोपहर तक भी उद्योग से धुआं उठ रहा था ।
उद्योगों में धमाके पे धमाके
आग इस कद्र रौद्र रूप धारण कर चुकी थी कि इसने कुछ ही पलों में बगल के उद्योग ईको पावर को आगोश में ले लिया। इस दौरान दोनों उद्योगों में हुए एक के बाद एक विस्फोट से आसपास का इलाका सहम उठा। उपमंडल प्रशासन ने उद्योग के साथ सटे घरों को एहतियातन खाली करवाते हुए लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया। घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
उद्योग के पास नहीं थी फायर एनओसी
फायर आफिसर नालागढ़ हितेंद्र कंवर ने बताया कि जेबी इंडस्ट्री के पास फायर एनओसी थी, जबकि ईको पावर के पास फायर एनओसी नहीं थी। उन्होंने इसे उद्योग प्रबंधन की लापरवाही करार दिया है। अगर उद्योग के भीतर आग बुझाने के यंत्र भी थे, तो भी आग बुझाने के लिए उद्योग कर्मियों ने उनका इस्तेमाल नहीं किया। आग इतनी भयंकर थी कि फायर ब्रिगेड को बद्दी, परवाणू, रोपड़ व वर्द्धमान उद्योग से फायर टेंडर मंगवाने पड़े। फायर ब्रिगेड के करीब 50 कर्मचारी आग पर नियंत्रण पाने के लिए घंटों मशक्कत करते रहे और करीब तीन बजे आग पर नियंत्रण पाया गया। आग की लपटों को देख आसपास सैकड़ों लोग इकट्ठे हो गए।
नुकसान करोड़ों का
जेबी इंडस्ट्रीज के प्रबंधक पंकज अग्रवाल ने बताया कि आग की सूचना उन्हें कंपनी के सुरक्षा कर्मी से मिली। सूचना मिलते ही वह उद्योग में पहुंचे। उन्होंने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है, लेकिन नुकसान करोड़ों में हुआ है ।
फोरेंसिक विशेषज्ञ करेंगे जांच
एसपी बद्दी राहुल नाथ ने बताया कि आग लगने के कारणों की पड़ताल की जा रही है। फोरेंसिक विशेषज्ञ घटनास्थल का दौरा कर रिपोर्ट देंगे। उसी रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
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