सुरंग में गायब हो गई सैंज नदी

By: Jan 5th, 2018 12:15 am

निहारनी में पावर निगम ने बांधा पानी, अब सियूंड में दर्शन

सैंज— विपरीत मौसम और विकट भौगोलिक परिस्थिति में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सनसनी फैलने वाले सैंज हाइडल प्रोजेक्ट में इन दिनों अजीब सी स्थिति बनी हुई है। निहारनी से लेकर सियूंड तक नदी की तेज धाराएं व पिन पार्वती का शोरगुल गायब है। आठ किलोमीटर तक सदानीरा पार्वती नदी हांफ गई है और दिख रहे हैं सिर्फ सूखे तट और नदी-नाले। लिहाजा आठ किलोमीटर तक नदी का प्रवाह मुड़ने से आधा दर्जन गांव प्रभावित हो रहे हैं। हिमाचल प्रदेश पावर निगम द्वारा न्यूली गांव में बनाई गई सौ मेगावाट की सैंज विद्युत परियोजना से नदी-नाले भी अब पावर निगम के इशारे पर चलेंगे। पावर निगम ने निहारनी गांव में 25 मीटर ऊंचा बांध तैयार कर बिजली उत्पादन भी शुरू कर दिया है। इसके लिए निहारनी से लेकर सियूंड तक आठ किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग बनाई गई तथा सैंज नदी की पावन धारा विलुप्त हो गई। नदी किनारे बसे गांव जंगला, न्यूली, रोपा, नुनुखहली, करटाह, धरमेढ़ा, मातला व सियूंड आदि गांवों के लोगों को पेयजल व सिंचाई सुविधा से वंचित होना पड़ सकता है। हालांकि परियोजना प्रबंधन नदी में 15 फीसदी पानी छोड़ने की बात कह रहे हैं, परंतु 15 फीसदी से इतने गांवों की सैकड़ों बीघा भूमि की प्यास बुझेगी या नहीं, यह तो भविष्य के गर्व में है। सैंशर पंचायत के प्रधान नरेश कुमार ने बताया कि सैंज प्रोजेक्ट क्षेत्र में पांच पंचायतें पूर्ण रूप से प्रभावित हो रही है, परंतु प्रदेश पावर निगम ने अभी तक जनहित के कोई भी कार्य नहीं किए हैं। नेता रामलाल ठाकुर व डोला सिंह कहते हैं कि सैंज नदी पर हाइडल प्रोजेक्ट बनने से स्थानीय लोगों के जीवन पर असर पड़ेगा। इससे फिशरी, टूरिज्म और सेब आदि फसलें भी तबाह होंगी। सैंज के महाप्रबंधक डीएस वर्मा ने कहा कि नदी का अस्तित्व खत्म नहीं होने दिया जाएगा। आठ किलोमीटर सुरंग जरूर बन गई है, पर नदी में 20 फीसदी पानी छोड़ा जा रहा है। पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App