सूखे पर आज चर्चा करेंगे सीएम

By: Jan 23rd, 2018 12:01 am

शिमला – प्रदेश में संभावित सूखे की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंगलवार को विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। इस संबंध में आईपीएच, राजस्व, कृषि व बागबानी मंत्रियों ने विभागों के अधिकारियों को सूचित किया है। ये विभाग जहां सूखे को लेकर मौजूदा स्थिति से सरकार को अवगत करवाएंगे, वहीं रणनीति के बारे में भी बताएंगे। हाल ही में राजस्व विभाग ने इस संबंध में एक बैठक की थी, जिसमें प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने आईपीएच अधिकारियों से भी चर्चा की थी। अब सभी संबंधित विभागों की संयुक्त बैठक मंगलवार को होने जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर संभावित स्थिति का जायजा लेंगे। राज्य में कई दिन से बारिश-बर्फबारी का इंतजार किया जा रहा है, परंतु यह आस पूरी नहीं हो पा रही। मौसम विभाग ने मंगलवार से मौसम का रुख बदलने की उम्मीद जताई है, जिसके बाद लोगों को भी बेसब्री से बारिश होने का इंतजार है। हालांकि अभी यह तय नहीं हैं कि बारिश होगी तो कितनी और कहां होगी। सरकार के सामने भी इसे लेकर विकट स्थिति बन गई है, क्योंकि सूखे के कारण यहां फसलों पर संकट हो गया है। सेब बागबानी पूरी तरह से प्रभावित होने की कगार पर है। ऐसे में लोगों को कैसे राहत दी जा सकती है, इस पर सरकार चर्चा करेगी। आईपीएच बताएगा कि उसकी कितनी पेयजल व सिंचाई योजनाएं सूखे की चपेट में हैं और उसके द्वारा क्या कुछ किया जा सकता है, इस पर आईपीएच मंत्री  ने अधिकारियों से चर्चा की और यह रिपोर्ट मंगलवार को सीएम को सौंपी जाएगी।

बागबानी विभाग की रिपोर्ट तैयार

बागबानी विभाग रिपोर्ट के साथ तैयार है। राजस्व विभाग ने भी फील्ड से उनके पास पहुंची रिपोर्ट पर चर्चा की है, जिसे सीएम के सामने रखा जाएगा। अब सरकार संभावित सूखे से निपटने के लिए क्या रणनीति बनाती है, यह मंगलवार को साफ होगा। राजस्व विभाग ने इस पर जिलों में आंतरिक रिपोर्ट बनवाई है, जिस पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग में सभी को निर्देश दिए जा चुके हैं।

कृषि मंत्री ने हफ्ते में मांगी रिपोर्ट

शिमला — प्रदेश के कृषि, आईटी मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि एक हफ्ते के भीतर सूखे की स्थिति की रिपोर्ट पेश की जानी चाहिए। सोमवार को जारी इन निर्देशों में कहा गया है कि रबी की फसल को कितना नुकसान पहुंचा है, पशुचारे की क्या स्थिति है, इस पर आधारित ये रिपोर्ट मांगी गई है। प्रदेश में कृषि की दर लगातार घट रही है। पहले जंगली जानवरों का कहर था, अब सूखे की स्थिति के कारण किसान तौबा करने लगे हैं। यही वजह है कि सरकार ने स्थिति की गंभीरता देखते हुए विभिन्न जिलों से रिपोर्ट तलब कर ली है। मंत्री रामलाल मार्कंडेय का कहना है कि मकम्मल रिपोर्ट आने के बाद एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।


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